Mithilesh Yadav
8 Oct 2025
इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे स्थित बेटमा बाईपास पर बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। दो तेज रफ्तार वाहनों की आमने-सामने भिड़ंत में एक राहगीर भी उनकी चपेट में आ गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों में सवार लोग और सड़क पार कर रहा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के बाद मौके पर स्थानीय लोग पहुंचे और तुरंत घायलों को बेटमा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वहां से घायलों को इंदौर रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई।
इस हादसे में एक बार फिर बेटमा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अव्यवस्थाएं उजागर हो गईं। स्वास्थ्य केंद्र में वर्षों से एंबुलेंस की सुविधा की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से इंदौर तक निजी वाहनों में ले जाना पड़ा। जानकारी के अनुसार समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण कई बार घायलों की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने बेटमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एंबुलेंस की घोषणा की थी, लेकिन अब तक वह वादा पूरा नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को लेकर स्थानीय लोगों में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति भारी आक्रोश है। यह कोई पहली बार नहीं है जब एंबुलेंस की अनुपलब्धता के चलते किसी घायल को निजी वाहन से भेजना पड़ा हो, लेकिन आज की घटना ने एक बार फिर व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मेडिकल ऑफिसर ममता मंडलोई ने कहा, "घटना में घायल तीन लोगों को हमारे केंद्र लाया गया था। हमने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें इंदौर रेफर किया। एंबुलेंस की अनुपलब्धता हमारी भी एक गंभीर चिंता है। हमने इस बारे में कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है।"
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