Naresh Bhagoria
13 Nov 2025
भोपाल। राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होने के बाद तीन दिसंबर को मतगणना होगी। इतना लंबा समय राजनीतिक दलों को बिताना मुश्किल हो रहा है। चुनाव के दौरान दो महीने की लगातार भागदौड़ के बाद राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता परिणामों के लिए बेचैन हैं। इसके साथ ही रिजल्ट बताने वाली ईवीएम को लेकर भी सतर्कता बरती जा रही है। चुनाव आयोग के साथ ही कांग्रेस भी बहुत चौकन्नी है। कांग्रेस इस बार ईवीएम हैक करने को लेकर भी आशंकित है। नागदा-खाचरौद के कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप सिंह गुर्जर ने इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन स्ट्रांग रूम के आसपास के कंप्यूटर लैब, इंटरनेट सप्लाई, वाईफाई राउटर, सिस्टम प्रोजेक्टर आदि को बंद कराने की मांग की है। उन्होंने निर्वाचन आयोग को शिकायत में बताया था कि 18 नवंबर तक ये सभी उपकरण चालू पाए गए थे। तीन दिसंबर को वेबकास्टिंग की जाने की स्थिति में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर का नाम की जानकारी मांगी है।
केस-1: सागर जिले के खुरई में 48 घंटे बाद ईवीएम स्ट्रांग रूम तक पहुंची थी। एक बिना नंबर प्लेट वाली बस से ईवीएम देर से पहुंचने पर कांग्रेस ने आपत्ति उठाई थी। बाद में खुरई के रिटर्निंग ऑफिसर नायब तहसीलदार राजेश मेहरा को सस्पेंड किया गया।
केस-2: भोपाल के पुरानी जेल स्थित स्ट्रांग रूम में 30 नवंबर को अचानक एक एलईडी बंद हो गई। एक घंटे सीसीटीवी कैमरे बंद रहे। कांग्रेस ने आपत्ति जताई, इसके बाद जनरेटर पहुंचाया गया। बिजली विभाग के अधिकारी ने कहा था कि न तो लाइट गई, न कोई फॉल्ट हुआ।
केस-3: भिंड में कांग्रेस प्रत्याशी को एक युवक ने ईवीएम हैक कर फायदा पहुंचाने का दावा किया था। प्रत्याशी की शिकायत पर अभय जोशी नामक युवक को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह सतना के स्ट्रांग रूम में अज्ञात बॉक्स जाने की शिकायत मिली थी।