
खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में शिक्षा का मंदिर उस वक्त विवाद का केंद्र बन गया जब एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय की प्रिंसिपल और लाइब्रेरियन के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना के बाद दोनों महिला कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और पुलिस में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
बाल पकड़कर खींचती रहीं दोनों महिलाएं
करीब 90 सेकंड के वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि विद्यालय की प्रिंसिपल प्रवीण दहिया और लाइब्रेरियन मधुरानी के बीच तीखी बहस हो रही है। बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों महिला अधिकारी बाल पकड़कर खींचने, थप्पड़ मारने और मोबाइल छीनने तक पहुंच गईं। एक महिला जहां पूरे घटनाक्रम को मोबाइल में रिकॉर्ड करने की कोशिश करती है, वहीं दूसरी महिला उसका फोन छीनकर जमीन पर फेंक देती है। इसी दौरान दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो जाती है। एक अन्य महिला बीच-बचाव कर किसी तरह दोनों को अलग करती है।
काम के बंटवारे को लेकर शुरू हुआ विवाद
सूत्रों के अनुसार, यह झगड़ा लाइब्रेरियन और प्रिंसिपल के बीच काम के बंटवारे को लेकर शुरू हुआ था। दोनों महिलाओं के बीच पहले भी कहासुनी होती रही थी, लेकिन इस बार मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
दोनों को तत्काल प्रभाव से किया सस्पेंड
घटना का वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों महिला कर्मचारियों को स्कूल से हटाकर सहायक आयुक्त (आदिवासी विकास) कार्यालय खरगोन से संबद्ध कर दिया है। खरगोन की कलेक्टर भव्या मित्तल ने घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है। उन्होंने कहा कि इस घटना पर रिपोर्ट तैयार कर राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति और राज्य सरकार को भेजी गई है।
इसके अलावा सोसाइटी कमिश्नर, नई दिल्ली अजीत कुमार श्रीवास्तव द्वारा प्रिंसिपल प्रवीण दहिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, लाइब्रेरियन मधुरानी को भी मध्यप्रदेश आदिवासी कल्याण विभाग के निर्देश पर सस्पेंड किया गया है।
पुलिस में शिकायत दर्ज
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि दोनों महिला कर्मचारियों ने मेनगांव थाना में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने दोनों का मेडिकल परीक्षण करवाया है और रिपोर्ट मिलने के बाद उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस विवाद की जड़ में क्या कारण था और क्या इसमें किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका थी।