Manisha Dhanwani
20 Oct 2025
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में दीपावली की सुबह एक बार फिर जहरीली हवा छा गई। जहां एक ओर लोग दीपों से घर रोशन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आसमान में फैला धुआं और धुंध सांस लेना मुश्किल बना रहा है। नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (NPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर श्रेणी’ में दर्ज किया गया है।
NPCB की रिपोर्ट के मुताबिक, आनंद विहार का AQI 414 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। इसके अलावा दिल्ली के अन्य इलाकों में भी स्थिति चिंताजनक रही-
ये आंकड़े दिखाते हैं कि दीपावली की सुबह दिल्ली की हवा में ज़हर घुल चुका है और प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, दीपावली के दौरान पटाखों का धुआं, मौसम में नमी और धीमी हवा की गति मिलकर प्रदूषण को कई गुना बढ़ा देती है। साथ ही, दिल्ली-एनसीआर के आसपास के इलाकों में पराली जलाने की घटनाएं भी हवा को और ज्यादा प्रदूषित कर रही हैं। इससे धुआं वातावरण में फंस जाता है और हवा में सांस लेना और कठिन हो जाता है।
डॉक्टरों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस या हृदय रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि लोग सुबह की सैर या खुले में व्यायाम से बचें, N-95 मास्क पहनें और घरों में एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें।
दिल्ली सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हालात पर लगातार नजर बनाए रखी है। ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कई उपाय लागू किए गए हैं-
सरकार का कहना है कि प्रदूषण घटाने के लिए सख्त कदम जारी रहेंगे।
फिलहाल, दीपावली की इस सुबह दिल्ली में दीपों की रोशनी के साथ-साथ हवा में घुला ज़हर भी चिंता का कारण बन गया है। लोग जहां एक ओर रोशनी के इस पर्व का आनंद ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी एक बार फिर ‘गैस चैंबर’में बदलती दिख रही है।