Shivani Gupta
13 Oct 2025
दुर्गापुर। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर में MBBS छात्रा से गैंगरेप केस ने पूरे देश को झकझोर दिया है। मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ हुई यह घटना न सिर्फ राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही है, बल्कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद यह मामला और राजनीतिक रंग भी ले चुका है। अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि 2 फरार बताए जा रहे हैं।
10 अक्टूबर की रात पीड़ित छात्रा अपने एक पुरुष मित्र के साथ डिनर करने बाहर गई थी। पुलिस के मुताबिक, रात करीब 8 से 9 बजे के बीच जब दोनों लौट रहे थे, तभी कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोका। छात्रा के दोस्त ने भागने की कोशिश की और मौके से फरार हो गया। इसके बाद आरोपियों ने छात्रा को पास के जंगल में खींचकर गैंगरेप किया।
पीड़िता का मोबाइल छीन लिया गया और उसे धमकी दी गई कि अगर उसने घटना की शिकायत की, तो उसे जान से मार दिया जाएगा। बाद में आरोपियों ने फोन वापस देने के लिए पैसे भी मांगे।
पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है-
सभी गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीन आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। दो अन्य संदिग्ध अभी भी फरार हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि, “यह घटना बेहद दुखद है, लेकिन छात्रा रात के 12:30 बजे बाहर कैसे गई?”
ममता ने यह भी कहा कि निजी मेडिकल कॉलेजों को अपने छात्रों, खासकर लड़कियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
पीड़िता के पिता ने ममता के बयान को ‘असंवेदनशील’ बताते हुए कहा- “मेरी बेटी आधी रात को बाहर नहीं थी। उसका रेप रात 8 से 9 बजे के बीच हुआ था। मुख्यमंत्री खुद महिला हैं, फिर भी उन्होंने ऐसा बयान दिया।”
उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि उनकी बेटी को ओडिशा शिफ्ट करने की अनुमति दी जाए, क्योंकि पश्चिम बंगाल में उन्हें सुरक्षा को लेकर खतरा महसूस हो रहा है।
पीड़िता अभी अस्पताल में भर्ती है और बेडरेस्ट पर है। पिता ने कहा कि बेटी की हालत धीरे-धीरे सुधर रही है, लेकिन उन्हें डर है कि उसकी जान को खतरा है। उन्होंने कहा- “मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि मेरी बेटी को भुवनेश्वर ट्रांसफर करने में मदद करें। मैं दुर्गापुर में छिपा हूं, क्योंकि हमें किसी पर भरोसा नहीं है।”
इस घटना के खिलाफ भाजपा ने दुर्गापुर में छह दिन का धरना शुरू किया है। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सिटी सेंटर इलाके में धरने की अगुवाई की और आरोप लगाया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक टीएमसी कार्यकर्ता है।
यह मामला 2024 में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना की याद दिलाता है। उस केस में भी एक सिविक वॉलंटियर को उम्रकैद की सजा दी गई थी। दोनों मामलों में कॉलेज कैंपस की सुरक्षा और प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठे हैं।
NCRB रिपोर्ट 2023 के अनुसार, पश्चिम बंगाल देश में महिलाओं पर अपराध के मामलों में चौथे स्थान पर है।
उत्तर प्रदेश - 66,381 केस
महाराष्ट्र - 47,101 केस
राजस्थान - 45,450 केस
पश्चिम बंगाल - 34,691 केस
मध्य प्रदेश - 32,342 केस
यह आंकड़े बताते हैं कि, राज्य में महिलाओं की सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है।