Naresh Bhagoria
4 Dec 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह खबर उन्होंने कहीं से सुनी है और यह सही है या नहीं, इसका उन्हें पता नहीं। बावजूद इसके, ट्रंप ने भारत के इस कथित कदम को अच्छा निर्णय बताया।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका लगातार रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ा रहा है और चाहता है कि वैश्विक स्तर पर देश रूसी तेल के आयात को सीमित करें। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से अमेरिका और पश्चिमी देशों का रुख बेहद सख्त रहा है और अब ट्रंप भी उसी दिशा में इशारा करते नजर आ रहे हैं।
एक ओर उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि भारत वाकई रूस से तेल नहीं खरीद रहा या नहीं, लेकिन दूसरी ओर वे इस कदम पर संतुष्टि भी जता रहे हैं। ट्रंप ने कहा, “यह अच्छा कदम है। देखते हैं क्या होता है।”
ट्रंप ने इससे पहले 1 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही थी, जिसे अब बढ़ाकर 7 अगस्त कर दिया गया है। माना जा रहा है कि रूस से तेल की खरीदारी को लेकर ट्रंप भारत पर यह आर्थिक दबाव बना रहे हैं। भारत को रूस से सस्ती दरों पर कच्चा तेल मिलता है, जिससे घरेलू बाजार को स्थिरता मिलती है। लेकिन ट्रंप इस डील को अमेरिका के हितों के खिलाफ मानते हैं।
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे, तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया और कहा कि देखते हैं क्या होता है।
साथ ही यह भी संकेत दिए कि भारत पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने पर विचार चल रहा है।