Manisha Dhanwani
22 Dec 2025
नई दिल्ली। देश के सबसे व्यस्त इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर गुरुवार शाम एक तकनीकी खराबी ने एयर ट्रैफिक सिस्टम को झटका दे दिया। इसके चलते 100 से ज्यादा फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। इस तकनीकी खराबी का असर आने और जाने वाली दोनों तरफ की उड़ानों पर पड़ा है।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, दिक्कत Air Traffic Control (ATC) के AMSS (Automatic Message Switching System) में आई है। यही सिस्टम उड़ानों की फ्लाइट प्लानिंग और ऑटो ट्रैकिंग की जानकारी कंट्रोलरों तक पहुंचाता है।
इस सिस्टम के बंद होने पर एयर कंट्रोलर्स को फ्लाइट प्लान मैन्युअली तैयार करने पड़े। जिसके चलते टेकऑफ और लैंडिंग दोनों में देरी होने लगी।
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पैरामीटर |
वर्तमान स्थिति |
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औसत देरी समय |
लगभग 50 मिनट |
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प्रभावित उड़ानें |
100 से ज्यादा |
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दैनिक फ्लाइट लोड (IGI) |
1500 से ज्यादा उड़ानें प्रतिदिन |
दिल्ली एयरस्पेस में पिछले एक सप्ताह से GPS Spoofing के मामले भी सामने आए हैं। यह एक तरह का साइबर अटैक है, जिसमें गलत GPS सिग्नल भेजकर विमान के नेविगेशन सिस्टम को भटका दिया जाता है।
यह क्या है- नकली GPS सिग्नल भेजना
उद्देश्य- लोकेशन/टाइम डेटा गुमराह करना
खतरा- विमान की स्थिति और दिशा में भ्रम
जगह की रेंज- दिल्ली के लगभग 100 किमी दायरे में अलर्ट
DGCA को इसकी जानकारी दे दी गई है और लगातार समीक्षा जारी है।
एअर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी कर कहा कि, उड़ानें देरी से चल रही हैं। यात्री एयरलाइन से रीयल-टाइम अपडेट लेते रहें। एयरपोर्ट पर अनावश्यक भीड़ न बढ़ाएं। स्पाइसजेट ने साफ कहा कि, ATC की भीड़ और तकनीकी दिक्कत के कारण आने-जाने वाली उड़ानें प्रभावित होंगी।