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50% तक कम हुआ सीएनजी किट का कारोबार; वजह – 2021 में पेट्रोल से 45 रुपए सस्ती थी सीएनजी, अब यह अंतर 17 रुपए ही बचा

भोपाल। पेट्रोल की बढ़ती कीमतें देखकर भोपाल के भेल निवासी अरुण तिवारी अपनी कार में सीएनजी किट लगवाने एमपी नगर पहुंचे थे। सोचा था- पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा और गाड़ी भी कम खर्च में चलेगी। लेकिन किट की 48 हजार कीमत और सीएनजी के रेट सुनकर उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। कहते हैं – जब कीमतें में बहुत अंतर नहीं है तो एक साथ 50 हजार रुपए क्यों खर्च करें।यह सोच अकेले अरुण की नहीं है। दरअसल, पिछले कुछ महीनों में सीएनजी की कीमतों में लगातार हुए इजाफे ने सीएनजी किट लगवाने वालों को कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर दिया है।

इन सबके बीच सीएनजी किट का कारोबार करने वाले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। वर्कशॉप का किराया, मैकेनिक और बिजली बिल आदि का खर्च तक नहीं निकल रहा। मध्यप्रदेश में सीएनजी किट के डीलर नीरज अग्निहोत्री कहते हैं कि पिछले दो महीनों में कारोबार 50 फीसदी से ज्यादा सिमट गया है। यदि गैस के रेट ऐसे ही बढ़ते रहे तो यह कारोबार बंद हो जाएगा।

पहले एक साल में वसूल होती थी कीमत, अब ढाई साल लगेंगे

  • भोपाल में एक साल पहले तक यानी अगस्त 2021 तक पेट्रोल 109.68 रुपए लीटर और सीएनजी 65 रुपए लीटर थी। तब पेट्रोल और सीएनजी की कीमतों में करीब 45 रुपए का अंतर था। अभी पेट्रोल 108 रुपए और सीएनजी 92 रुपए प्रति किलो है। यानी अब यह अंतर महज 16.65 रुपए ही बचा है।  
  • किट लगवाने में एक साथ 40 से 50 हजार रुपए खर्च होते हैं। जब यह सस्ती थी तो किट में होने वाला खर्च 1 साल में निकल जाता था। अब पेट्रोल और सीएनजी के रेट में ज्यादा अंतर न होने से यह खर्च निकालने में 2.5 साल तक का समय लग सकता है। 
  •  28 फीसदी जीएसटी है सीएनजी किट पर। इस वजह से यह काफी महंगी पड़ती है। सीएनजी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। लोगों को लगता है कि ऐसे में सीएनजी पेट्रोल से ज्यादा महंगी हो सकती है। ऐसे में लोग एक साथ 50 हजार रुपए नहीं खर्च करना चाहते।

1200 से घटकर 600 रह गई किट की बिक्री

नीरज बताते हैं कि मध्यप्रदेश में एक साल पहले यानी अगस्त 2021 तक हर माह कारों में सीएनजी की 1,100 से 1,200 किटें लग जाती थीं, लेकिन पिछले छह माह से यह कम होती जा रही हैं। अभी यह संख्या 500 से 600 तक आ गई है। परिवहन विभाग के सूत्रों के मुताबिक कंपनी फिटेड सीएनजी किट वाली कारों की बिक्री भी घटी है।

कारोबार बचाने के लिए ये तीन मांगें

  1. इंडस्ट्री की तरह ऑटोमोबाइल के लिए भी अलग से सीएनजी का कोटा फिक्स किया जाए।
  2. किट को 28 फीसदी के दायरे से हटाकर 5 फीसदी के दायरे में लाया जाए।
  3. सीएनजी को जीएसटी के दायरे में लाएं, जिससे इसकी कीमतों में रोज इजाफा न हो।

साल भर पहले तक प्रदेश में करीब 1,100-1,200 किट की सप्लाई हो जाती थी, लेकिन अब यह 500 से 650 पर समिट गई है। हमारी खुद की वर्कशॉप पर ही अमूमन 8 गाड़ियां रोज आती थीं, जो घटकर 2 तक आ गई हैं। सरकार को इंडस्ट्रियल सीएनजी की तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए भी सीएनजी का अलॉटमेंट करना चाहिए, नहीं तो देशभर से यह कारोबार खत्म हो जाएगा।
– नीरज अग्निहोत्री, सीएनजी किट के डीलर, इंदौर

 

सीएनजी की कॉस्ट बढ़ गई है, लेकिन हम इसे डीजल से अधिक रेट पर नहीं बेच सकते। डीजल की कीमतें नहीं बढ़ रही हैं। सीएनजी कंपनियां भी नुकसान में हैं। इसके बाद भी हम सीएनजी कनवर्जन करने वाले डीलरों को अपनी तरफ से प्रति गाड़ी किट लगाने पर 5 से 20 हजार रुपए तक की प्रोत्साहन राशि दे रहे हैं। सरकार से भी बात हुई है। उम्मीद है कि तीन-चार महीने में कीमतें कम होंगी।
-संदीप त्रेहान, प्रेसिडेंट, थिंक गैस

राज्यों में सीएनजी और पेट्रोल के रेट में अंतर

उत्तर प्रदेश में सीएनजी की कीमत 92 रुपए प्रतिकिलो है, जबकि यहां पेट्रोल 96.57 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। अंतर 4.57 रुपए है। मध्यप्रदेश के भोपाल में सीएनजी 92 रुपए और पेट्रोल 108.67 रुपए लीटर है। यानी अंतर 16.65 रुपए प्रति लीटर है। कर्नाटक के बेंगलुरू में सीएनजी 83 रुपए किलो और पेट्रोल 101.94 रुपए लीटर है। यहां सीएनजी 18.94 रुपए सस्ती है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपए लीटर है और सीएनजी 75.61 रुपए प्रतिकिलो है। यहां अंतर 21.11 रुपए है।

ऐसे बढ़ते गए सीएनजी के दाम

2016-17 में सीएनजी का प्राइस 2.5 डॉलर प्रति एमएम बीटीयू (मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट) था। एक मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में यह 4.5 डॉलर पर पहुंच गई। सितंबर 2022 में इसकी कीमत 6.1 हुई, जो अभी 8 डॉलर प्रति एमएम बीटीयू के ऊपर है। जानकार बताते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते ग्लोबल लेवल पर इसकी किल्लत हो रही है। सीएनजी कंपनियों से जुड़े जानकारों का कहना है कि लगातार बढ़ता बोझ देखकर सरकार ने इसके लिए एक कमेटी बनाई है। सीएनजी की कीमत 10 डॉलर पर कैप करने की बात चल रही है। हालांकि, 10 डॉलर होने से भी इसकी कीमत 100 रुपए से ऊपर ही रहेगी।

 

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