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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल आगरा से गिरफ्तार, ब्राह्मणों के खिलाफ की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें रायपुर की एक अदालत में पेश किया गया। नंद कुमार बघेल पर ब्राह्मण समाज के खिलाफ विवादित बयान देने का आरोप है। इससे पहले नंद कुमार बघेल के खिलाफ राज्य पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। उन्होंने हाल ही में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों का बहिष्कार करने वाला बयान दिया था। हालांकि, पिता के खिलाफ एफआईआर होने पर मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा था कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, फिर चाहें वह मेरे पिता ही क्यों न हों। उनकी सरकार सबके लिए खड़ी है।

भूपेश का कहना था कि भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता हों। छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, संप्रदाय, समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है। मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी कर सांप्रदायिक शांति भंग की गई है। उनके बयान से मैं भी दुखी हूं। पिता से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं। यह बात सभी को पता है।

ब्राह्मणों को अपमानित करने का अधिकार किसने दिया?

बता दें कि नंद कुमार के बयान का ब्राह्मण समाज लगातार विरोध कर रहा है। रविवार को ब्राह्मण समाज ने अग्रसेन चौक लाभांडी में उनका पुतला दहन किया था। ब्राह्मण समाज का कहना है कि आप हमें अपमानित कर रहे हैं, इसका अधिकार आपको किसने दिया। भारत सभी का है और यहां के नागरिकों की आप अंग्रेजों से तुलना कर अपमानित कर रहे हैं। आपने ब्राह्मण समाज से माफी नहीं मांगी तो ये विरोध प्रदर्शन और उग्र होगा।

पुलिस ने नंद कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया था

शनिवार देर रात सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत के बाद डीडी नगर पुलिस ने नंद कुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) (इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। ये धाराएं सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने और सामाजिक माहौल खराब करने को लेकर हैं।

ब्राह्मणों को गांवों में प्रवेश ना करने दें: नंद कुमार

नंद कुमार बघेल ने कहा था कि ब्राह्मणों को गंगा के पार भेजा जाए। ब्राह्मण विदेशी हैं, परदेशी हैं। मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है।

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