Peoples Reporter
27 Oct 2025
Shivani Gupta
27 Oct 2025
Priyanshi Soni
27 Oct 2025
Mithilesh Yadav
27 Oct 2025
Priyanshi Soni
27 Oct 2025
भोपाल/इंदौर। आस्था और लोकसंस्कृति के संगम छठ महापर्व की धूम मध्यप्रदेश में भी देखने को मिली। सोमवार को पर्व का तीसरा दिन रहा, जब श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम तक घाटों पर हजारों श्रद्धालु जुटे। जल में खड़े होकर लोगों ने सूर्य देव और छठी मैया से परिवार, समाज और देश की सुख-समृद्धि की कामना की।
राजधानी भोपाल में 52 घाटों पर छठ पूजा का भव्य आयोजन हुआ। व्रती महिलाएं दिनभर छठ प्रसाद की तैयारी में जुटी रहीं। ठेकुआ, चावल के लड्डू, सांचा और मौसमी फल प्रसाद में शामिल रहे। शाम को श्रद्धालुओं ने बांस की टोकरी और सूप में फल, ठेकुआ और दीप सजाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। जल में खड़े होकर महिलाओं ने अस्त होते सूर्य की पूजा की और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
इंदौर के करीब 200 घाटों पर छठ पर्व की झलक देखने को मिली। बिहार और पूर्वांचल के हजारों श्रद्धालु घाटों पर पहुंचे। शाम 5:52 बजे सूर्यास्त के समय श्रद्धालुओं ने प्रसाद से भरी टोकरियां उठाकर सूर्य को अर्घ्य दिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस अवसर पर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। सीएम ने पूर्वोत्तर और पूर्वांचल की सांस्कृतिक पहचान के इस महोत्सव को एकता और परंपरा का प्रतीक बताया।
नर्मदापुरम में सेठानी घाट, विवेकानंद घाट और पोस्ट ऑफिस घाट पर छठ व्रती महिलाओं ने जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य दिया। उत्तर भारत और पूर्वांचल के मूल निवासी परिवारों ने बड़ी श्रद्धा से पूजा में हिस्सा लिया। मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय इस महापर्व का समापन होगा।
राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग इन दिनों बिहार प्रवास पर हैं। सोमवार को उन्होंने पटना के पाटीपुल घाट पर छठ पूजा में हिस्सा लिया और मां गंगा को संध्या अर्घ्य दिया। सारंग ने व्रती महिलाओं के साथ पारंपरिक विधि से पूजा की और बिहार की जनता को शुभकामनाएं दीं। बताया जा रहा है कि उनका यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों से भी जुड़ा हुआ है।
छठ पर्व के अवसर पर भोपाल को एक नई पहचान मिली है। लिंक रोड नंबर 3, पांच नंबर छठ घाट पार्क में प्रदेश का पहला छठी मैया मंदिर तैयार हुआ है। सोमवार को इसका लोकार्पण महापौर मालती राय और अन्य जनप्रतिनिधियों ने किया। मंदिर में सूर्य रूप में छठ मैया की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे जयपुर के प्रसिद्ध कलाकार महावीर भारती और निर्मला ने तैयार किया है। मकराना संगमरमर से बनी यह प्रतिमा 16 टन वजनी पत्थर से तराशी गई है। प्रतिमा निर्माण के दौरान दो बार टूटने के बावजूद तीसरे प्रयास में इसे सफलता मिली।
मध्यप्रदेश में छठ पर्व अब केवल बिहार और पूर्वांचल के लोगों का नहीं, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक विविधता का हिस्सा बन चुका है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर और नर्मदापुरम सहित सभी बड़े शहरों में आस्था और लोक परंपरा का माहौल रहा। लोगों ने एक साथ मिलकर सूर्यदेव की पूजा की, दीप जलाए और लोकगीत गाते हुए पर्व की गरिमा को जीवित रखा।