
भोपाल। विधानसभा में तीन दिन पहले पेश हुए मप्र के बजट पर विभागवार चर्चा कराने को लेकर कांग्रेस ने सदन में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस के सभी विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह पहुंच गए और शोर शराबा करते रहे। इधर अध्यक्ष की अनुमति से वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने विभागवार बजट पढ़ना शुरू किया। 12 मिनट में बहुमत से सदन में विभागों का बजट पास कर दिया गया। इसके बाद विनियोग पर चर्चा नहीं हो सकी। इसके बाद कांग्रेसियों ने बाहर आकर भी नारेबाजी की।
ऐसे हो गया बजट पास
विधेयक पर चर्चा होने के बाद संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अध्यक्ष जी गुरुवार को देर शाम तक सामान्य बजट पर चर्चा हुई, उसमें सभी सदस्यों की बारी आ गई, अब कुछ बोलने के लिए नहीं बचा है। मैं समझता हूं कि विभागवार बजट पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैंं, इससे सहमत नहीं हुए, विभागवार चर्चा करनी पड़ेगी। कांग्रेस का आरोप था कि सरकार विभागवार चर्चा न कराकर मंत्री विश्वास सारंग को बचाने का प्रयास कर रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार इस मामले में डिवीजन मांग रहे थे। जब तक मंत्री देवड़ा बजट भाषण पढ़ते रहे, तब तक कांग्रेस हंगामा करती रही और बजट पास हो गया ।
विनियोग विधेयक पर चर्चा
विधानसभा में विनियोग विधेयक पर चर्चा की शुरुआत कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने की। बरैया ने कहा कि गृह विभाग में पुलिस के वेतन-भत्ते बढ़ाने के साथ आवासों की संख्या बढ़नी चाहिए। पुलिसकर्मी टेंशन फ्री रहेंगे तो कानून व्यवस्था अच्छी तरह से चलेगी। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबल में प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराध होते हैं। उस पर हाईकोर्ट की टिप्पणी है -पुलिस गुंडों का संगठित गिरोह है। पुलिस कोर्ट ऑफ कंटेम्प्ट की चिंता नहीं करती है। कांग्रेस विधायक रजनीश सिंह ने कहा कि रेत माफिया मशीनों लगाकर अवैध रूप से नदियों से रेत निकाल रहे हैं। अतिवृष्टि का किसानों को मुआवजा देने में भेदभाव किया गया है।