Naresh Bhagoria
14 Dec 2025
भोपाल। ब्राह्मण की बेटियों को लेकर विवादित बयान देने वाले IAS संतोष वर्मा के खिलाफ गुस्सा नहीं थम रहा है। रविवार को प्रदेश के कई शहरों से ब्राह्मण समाज के लोग राजधानी भोपाल में प्रदर्शन करने पहुंचे। उनका इरादा सीएम हाउस घेरने का था, लेकिन प्रदर्शनकारी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए। पुलिस ने उन्हें बाणगंगा चौराहे पर रोक दिया। इसके बाद भी वे आगे बढ़ने की जिद करते रहे तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हो गई। इस दौरान कई लोग घायल भी हो गए।

IAS वर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर सीएम हाउस घेरने का ऐलान सपाक्स और कुछ अन्य संगठनों ने किया था। हालांकि राजधानी के ब्राह्मण संगठनों ने प्रदर्शन को खुद से अलग कर लिया था। इसके बावजूद रविवार के प्रदर्शन में अनिल मिश्रा के नेतृत्व में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के अनेक लोग भोपाल पहुंचे। प्रदर्शनकारी रोशनपुरा चौराहे पर एकत्र हुए। यहां करीब एक घंटे से ज्यादा देर तक वर्मा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इसके बाद प्रदर्शनकारी सीएम हाउस की ओर बढ़ने लगे। तब उन्हें बाणगंगा चौराहे पर रोक दिया गया। कई लोग बैरिकेड फांदकर आगे बढ़ने की कोशश कर रहे थे। इस दौरान पुलिए ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। इससे एक बुजुर्ग समेत कई लोग घायल हो गए। प्रदर्शन करने वालों में महिलाएं भी शामिल थीं।

प्रदर्शन में शामिल हुईं ग्वालियर की एडवोकेट अनुभा दंडोतिया ने कहा कि संतोष वर्मा ने महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की, नारी सम्मान को ठेस पहुंचाई लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इतने दिन हो गए लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नही रेंगी। अनुभा ने कहा कि संतोष वर्मा लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान दिया कि हर घर से संतोष वर्मा निकलेगा, फिर न्यायलय को लेकर भी टिप्पणी की। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार अब भी वर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो चूड़ियां भेंट की जाएगी।
संतोष वर्मा के बयानों के बाद सरकार ने नोटिस दिया गया था। नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सरकार ने संतोष वर्मा IAS अवॉर्ड वापस लेने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है। यह पत्र सामन्य प्रशासन विभाग (GAD) ने पर्सनल DOPT को लिखा है। GAD ने पत्र में लिखा कि अक्टूबर 2020 के जिस आदेश पर संतोष वर्मा की इंटीग्रिटी प्रमाणित की गई वह विद्यमान नहीं है। इसके चलते पदोन्नति के संबंध में निर्णय लिया जाए।