Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा फेरबदल किया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव समेत कुल 6 नेताओं की सुरक्षा श्रेणी बढ़ाई गई है। यह फैसला हाल के धमकी भरे संदेशों, राजनीतिक तनाव और चुनावी माहौल में संभावित सुरक्षा खतरों को देखते हुए लिया गया है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को पहले से Z+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन अब इसमें ASL (एडवांस सिक्योरिटी लाइजन) भी जोड़ा गया है।
राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सुरक्षा को भी अपग्रेड किया गया है। पहले उन्हें Y+ कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी, जिसे अब Z कैटेगरी में बदल दिया गया है।
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। उन्होंने कई बार अपनी जान को खतरा बताया था और लॉरेंस बिश्नोई गैंग समेत कुछ लोकल गैंग्स से धमकी मिलने का दावा किया था।
इन तीन बड़े नेताओं के अलावा जदयू के एमएलसी नीरज कुमार, बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू और प्रदीप कुमार सिंह की सुरक्षा में भी इजाफा किया गया है। हालांकि, इनके सुरक्षा स्तर में बदलाव का सटीक विवरण साझा नहीं किया गया है।
ASL यानी एडवांस सिक्योरिटी लाइजन में केंद्रीय सुरक्षाबलों के साथ स्थानीय एजेंसियां मिलकर किसी VIP की सुरक्षा करती हैं। इसमें शामिल होते हैं:
X कैटेगरी: 2 सुरक्षाकर्मी (1 PSO)
Y कैटेगरी: 11 जवान, 2 PSO
Y+ कैटेगरी: 11 जवान, 1-2 कमांडो, 2 PSO
Z कैटेगरी: 22 जवान, 4-5 NSG कमांडो, पुलिस बल
Z+ कैटेगरी: 36 से ज्यादा जवान, 10 से ज्यादा NSG कमांडो, CRPF/ITBP/पुलिस बल
SPG: केवल प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए, सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा
चुनावी मौसम में नेताओं की सुरक्षा बढ़ाना न सिर्फ सुरक्षा का मुद्दा है, बल्कि इसका राजनीतिक असर भी होता है। VIP सुरक्षा में बदलाव को जनता और समर्थक एक राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखते हैं। इस बार बिहार में सुरक्षा का यह फेरबदल साफ इशारा देता है कि चुनावी मुकाबला जितना राजनीतिक रूप से गर्म है, उतना ही सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील भी।