Manisha Dhanwani
26 Oct 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक नियुक्तियों के बाद विरोध की चिंगारी अब लपटों में बदलती दिख रही है। भोपाल के पूर्व शहर अध्यक्ष प्रदीप 'मोनू' सक्सेना ने मंगलवार को पार्टी नेतृत्व के खिलाफ अनोखे और उग्र तरीके से विरोध जताया। बिट्टन मार्केट स्थित राजीव गांधी की प्रतिमा के सामने खून से पत्र लिखकर राहुल गांधी से न्याय की गुहार लगाई और नए शहर अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना की नियुक्ति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पद लेन-देन और भाजपा से सांठगांठ के चलते दिया गया है।
मोनू सक्सेना ने अपनी मांगों और नाराजगी को जाहिर करने के लिए मंगलवार को अनोखा तरीका चुना। उन्होंने अपने खून से राहुल गांधी के नाम पत्र लिखा और राजीव गांधी की प्रतिमा के समक्ष शांतिपूर्ण लेकिन भावनात्मक प्रदर्शन किया। उन्होंने इसे न्याय की अंतिम गुहार बताया और कहा कि पार्टी में उनके जैसे पुराने कार्यकर्ताओं की आवाज को अनसुना किया जा रहा है।
मोनू सक्सेना ने कहा कि भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी प्रवीण सक्सेना को सिर्फ पैसों के दम पर मिली है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रवीण सक्सेना के भाजपा नेताओं से सीधे संबंध हैं, जिससे पार्टी की साख को गहरी चोट पहुंच रही है। उन्होंने संगठन पर व्यापमं घोटाले के आरोपियों को भी संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि ये सब राहुल गांधी की जानकारी के बिना किया जा रहा है।
अपने विरोध को और तीखा करते हुए मोनू सक्सेना ने चेतावनी दी कि वे जल्द ही दिल्ली जाकर राहुल गांधी के सामने आत्मदाह की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर ऐसे लोगों को आगे लाया जा रहा है, जिनका पार्टी विचारधारा से कोई सरोकार नहीं है।
मोनू सक्सेना इससे पहले भी प्रवीण सक्सेना की नियुक्ति को लेकर सवाल उठा चुके हैं। उनका दावा है कि जिला अध्यक्ष का पद पाने के लिए एक प्रभावशाली नेता को डेढ़ करोड़ रुपए की डिफेंडर कार गिफ्ट की गई। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही इस मामले में सबूतों के साथ सार्वजनिक खुलासा करेंगे।