Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
भोपाल। ऐशबाग इलाके में बने रेलवे ओवरब्रिज को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहली बार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ब्रिज में जो तकनीकी खामियां हैं, उन्हें ठीक किए बिना इसका लोकार्पण नहीं किया जाएगा। साथ ही जिम्मेदार अफसरों और इंजीनियरों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कही।
यह ओवरब्रिज देशभर में तब चर्चा में आया जब इसकी तस्वीरें सामने आईं, जिनमें देखा गया कि ब्रिज का मोड़ लगभग 90 डिग्री पर है। यह मोड़ इतना तीव्र है कि सोशल मीडिया पर लोगों ने इसपर जमकर मीम्स और आलोचनाएं कीं। एक्सपर्ट्स और सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों ने आशंका जताई कि इस मोड़ पर वाहन टकरा सकते हैं, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐशबाग आरओबी में जो भी टेक्निकल फॉल्ट हैं, उन्हें दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। फॉल्ट दूर होने के बाद ही इसका उद्घाटन होगा। इस पूरी प्रक्रिया में जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
ओवरब्रिज की जांच PWD मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर कराई गई। NHAI और पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों की संयुक्त टीम ने माना कि ब्रिज का टर्निंग एंगल दुर्घटनाओं को न्योता दे सकता है। हालांकि अधिकारियों ने यह भी कहा कि ब्रिज की संरचना में कोई बड़ी खामी नहीं है, लेकिन मोड़ की डिजाइन में सुधार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, जब इस ब्रिज की डिजाइन रेलवे के पास भेजी गई थी, तब रेलवे ने इस तीव्र मोड़ पर आपत्ति जताई थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने जगह की कमी का हवाला देते हुए इसे मंजूरी दी। दरअसल, ऐशबाग क्रॉसिंग बंद होने के बाद इस इलाके में ट्रैफिक लोड को संभालने के लिए आरओबी जरूरी माना गया।