आगर। जिले के सुसनेर में एक वानर की मौत पर विधि-विधान से अंतिम संस्कार के बाद बुधवार को उसकी तेरहवीं भी आयोजित की गई। तेरहवीं में पगड़ी रस्म के बाद शांति भोज का भी आयोजन किया गया। शहर के नवीन बस स्टैंड इलाके में विगत 17 मार्च को एक बंदर की मृत्यु हो गई थी। इस बंदर का पूरे रीति रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया गया था। उसकी आत्मा की शांति के लिए बुधवार को तेरहवीं का कार्यक्रम रखा गय़ा। इस कार्यक्रम में सैंकड़ों लोग शामिल हुए।

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वानर राज की तेहरवीं पर भोज में जुटे कई लोग[/caption]
पिंडदान के बाद मुंडन भी कराया
वानर राज की तेरहवीं से पहले पिंडदान की रस्म अदा की गई। इसमें बस स्टैंड पर दुकान चलाने वाले शंकरलाल और पेशे से ड्राइवर करणसिंह निवासी परसुलियाखुर्द ने पिंडदान किया। इसके बाद दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अपना मुंडन भी कराया। पिंडदान के बाद पगड़ी का कार्यक्रम और फिर शांति भोज हुआ। वानर की मौत के बाद मंगलवार रात बस स्टैंड पर ही भजन संध्या का आयोजन भी किया गया था। ये सभी कार्यक्रम बस स्टैंड के दुकानदारों, ऑटो चालकों और राहगीरों की मदद से किए गए।
(इनपुट - राजेश चौरसिया)
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