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बैंक की मैनेजर ने साथियों की प्रताड़ना से तंग आकर खाया जहर

नोएडा। नोएडा की एक बैंक में काम करने वाली 27 वर्षीय महिला ने मानसिक व शारीरिक रूप से की जा रही प्रताड़ना, डराने-धमकाने और बॉडी शेमिंग से तंग आकर आत्महत्या कर ली है। महिला का नाम शिवानी त्यागी है, वह एक्सिस बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर थी। शिवानी ने पांच पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें बैंक के तीन कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया है। शिवानी के भाई गौरव की शिकायत पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 108 के तहत नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

2023 में मप्र में प्रताड़ना की 355 शिकायतें दर्ज

कार्यस्थल प्रताड़ना के मामले में मप्र का आंकड़ा भी कम गंभीर नहीं है। वर्ष 2023 में मप्र राज्य महिला आयोग में कार्यस्थल पर शोषण और मानसिक प्रताड़ना की 355 शिकायतें पहुंची थी। वहीं, विभागीय समस्या संबंधी 105 प्रकरण दर्ज किए गए थे।

विशाखा गाइडलाइन के तहत कर सकती हैं शिकायत

कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने साल 1997 में दिशा निर्देश जारी किए थे जिसे विशाखा गाइडलाइन के नाम से जाना जाता है। इस गाइडलाइन के तहत 10 या उससे ज्यादा एंप्लॉय वाली हर कंपनी में इंटरनल कंप्लेंट्स कमेटी बनाना अनिवार्य किया गया।

पुलिस मृतका के कार्यस्थल से लिए गए सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। हम मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए उसके सहकर्मियों से भी पूछताछ कर रहे हैं। विस्तृत जांच की जा रही है। – रवि कुमार सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त (नंदग्राम)

कार्यस्थल प्रताड़ना का व्यक्ति पर लंबे समय तक प्रभाव हो सकता है। यह मनोवैज्ञानिक समस्याओं को जन्म दे सकता है, जिसमें चिंता, अवसाद और यहां तक कि पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर भी शामिल है। ऐसा व्यक्ति आत्मघात जैसा कदम भी उठा सकता है। – डॉ. दीप्ति सिंघल, साइकोलॉजिस्ट

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