Mithilesh Yadav
3 Oct 2025
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने बड़ी कार्रवाई की है। EOW की टीम ने शुक्रवार को जोन क्रमांक-19 में पदस्थ सहायक राजस्व अधिकारी (ARO) पुनीत अग्रवाल और प्रभारी बिल कलेक्टर रोहित सांवले को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। दोनों अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पिपलियाहाना क्षेत्र के एक भगार व्यापारी का गोदाम निगम द्वारा सील कर दिया गया था। व्यापारी जब गोदाम खुलवाने गया तो अधिकारियों ने उससे 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। आरोप है कि अफसरों ने धमकी दी थी कि पैसे न देने पर गोदाम सील ही रहेगा और उस पर भारी जुर्माना भी लगाया जाएगा। व्यापारी को मजबूरन पैसे देने का दबाव बनाया जा रहा था।
व्यापारी संतोष सिलावट निवासी गीता नगर ने 1 अक्टूबर को एसपी EOW को शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की पुष्टि के बाद जाल बिछाया गया। शुक्रवार को व्यापारी ने आरोपियों को पहली किस्त के रूप में 40 हजार रुपए दिए। उसी समय DSP संजय द्विवेदी, TI कैलाशचंद्र पाटीदार, कन्हैयालाल दांगी समेत टीम ने छापा मारकर दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
EOW ने आरोपियों के खिलाफ धारा 7 भनिअ एवं 61(2) बीएनएस 2023 के तहत केस दर्ज किया है। रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है। साथ ही डिजिटल और तकनीकी साक्ष्य भी जुटाए गए हैं। अब यह भी जांच की जा रही है कि इस प्रकरण में नगर निगम के अन्य अधिकारी भी शामिल थे या नहीं।
इस कार्रवाई से नगर निगम कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। वहीं व्यापारी वर्ग इसे बड़ी राहत के रूप में देख रहा है। नगर निगम में भ्रष्टाचार की शिकायतें पहले भी आती रही हैं, लेकिन EOW की यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि रिश्वतखोरी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।