
अमरावती। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को 9 सितंबर को गिरफ्तार कर किया गया था। CID ने 9 सितंबर को स्किल डेवलपमेंट घोटाले मामले में नंदयाल से उन्हें गिरफ्तार किया गया था। वहीं आज 19 सितंबर को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने 21 सितंबर तक नायडू की जमानत याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी है।
वैनिटी वैन में आराम करने के दौरान हुई गिरफ्तारी
बात दें चंद्रबाबू नायडू अपनी यात्रा के दौरान नंदयाल शहर के बनगनपल्ली में जनसभा को संबोधित करने के बाद अपनी वैनिटी वैन में आराम कर रहे थे। जिसके बाद शनिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एपी सीआईडी नायडू को गिरफ्तार करने के लिए उनकी वैनिटी वैन में पहुंची। लेकिन पूर्व सीएम की सुरक्षा में तैनात विशेष सुरक्षाबल ने उन्हें रोक दिया और कहा कि नियम के मुताबिक वे सुबह 5.30 बजे से पहले किसी को नायडू के पास जाने नहीं देंगे। जिसके बाद पुलिस ने सुबह 6 बजे नायडू को गिरफ्तार किया।
इस मामले में CBI ने 9 दिसंबर 2021 को FIR दर्ज की थी, जिसमें 25 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इसमें नायडू का नाम नहीं था। हालांकि, CID का दावा है कि जांच में सामने आई बातों के आधार पर चंद्रबाबू को गिरफ्तार किया जा रहा है।
पूर्व सीएम ने जताई थी गिरफ्तारी की आशंका
चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। टीडीपी सुप्रीमो ने 6 सितंबर को अनंतपुर जिले के रायदुर्गम में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि, “आज या कल वे (वाईएसआरसीपी सरकार) मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं। मुझ पर हमला भी हो सकता है। वे मुझ पर एक नहीं, कई अत्याचार करेंगे।”
इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि, उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उनके खिलाफ 45 साल के करियर में कोई केस दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि, पूर्व सीएम वाई एस राजशेखर रेड्डी ने उनके खिलाफ कई मामले दर्ज कराए, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
इस मामले में हुई थी गिरफ्तारी
चंद्रबाबू नायडू को कौशल विकास घोटाले (स्किल डेवलपमेंट घोटाला) में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है। इस घोटाले में 250 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले का आरोप है। 2016 में टीडीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान बेरोजगार युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके सशक्त बनाने के उद्देश्य से आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट (की स्थापना की गई थी।