Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया के विमान दुर्घटना को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि विमान के कैप्टन सुमीत सभरवाल ने उड़ान के दौरान खुद ही इंजनों की फ्यूल सप्लाई बंद कर दी थी। यह जानकारी कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) की जांच के बाद सामने आई है।
वॉयस रिकॉर्डिंग के अनुसार, को-पायलट क्लाइव कुंदर ने हैरानी और घबराहट के साथ कैप्टन से पूछा, “आपने फ्यूल स्विच को CUTOFF पोजिशन में क्यों किया?”
इस पर कैप्टन सुमीत शांत दिखाई दिए और कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
कैप्टन सुमीत सभरवाल एअर इंडिया के बेहद अनुभवी पायलट थे। उनके पास 15,638 घंटे का उड़ान अनुभव था, जबकि को-पायलट क्लाइव कुंदर 3,403 घंटे की उड़ानें कर चुके थे। इसके बावजूद ऐसा खतरनाक निर्णय क्यों लिया गया, यह अभी रहस्य बना हुआ है।
WSJ ने यह जानकारी अमेरिकी जांच एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से दी है जो विमान हादसे की जांच में जुटे हैं। भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB), नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), बोइंग और एअर इंडिया ने अभी तक इस रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
AAIB ने 12 जुलाई को जारी अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया था कि विमान के दोनों इंजन इसलिए बंद हुए क्योंकि फ्यूल स्विच अचानक RUN से CUTOFF हो गए थे। हालांकि रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि यह बंद कैसे हुए। यह तकनीकी गड़बड़ी थी या मानवीय गलती।
रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से यह पूछते सुना गया था, “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” और दूसरे ने जवाब दिया, “मैंने ऐसा नहीं किया।” इससे स्थिति और जटिल हो गई थी।
एअर इंडिया ने इस पूरे विवाद के बीच बुधवार को जानकारी दी कि उसके बोइंग-787 सीरीज के विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच में किसी प्रकार की खराबी नहीं पाई गई है। एयरलाइन ने यह भी बताया कि उसने अपने सभी विमानों में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) को भी बदल दिया है, जो फ्यूल कंट्रोल सिस्टम का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
DGCA ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि 21 जुलाई तक अपने बोइंग-737 और 787 विमानों में फ्यूल सिस्टम की पूरी जांच कर लें।