Aakash Waghmare
9 Nov 2025
नई दिल्ली। देश में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लगभग 85 प्रतिशत पेशेवर वित्त वर्ष 2024-25 में कौशल बढ़ाने में निवेश करने को इच्छुक हैं। वैश्विक शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी ग्रेट लर्निंग ने एक रिपोर्ट में यह कहा है। कौशल विकास के रुख पर जारी रिपोर्ट 2024-25 में यह भी कहा गया है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद हालफि लहाल नौकरी में आए युवाओं में 83 प्रतिशत से अधिक हुनरमंद बनने की इच्छा रखते हैं। जबकि बीते वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 75 प्रतिशत था। ग्रेट लर्निंग के सह-संस्थापक हरि कृष्णन नायर ने बयान में कहा, बदलते परिवेश में आगे बढ़ने के लिए पेशेवरों के लिए निरंतर सीखना और कौशल बढ़ाना महत्वपूर्ण है। 79 प्रतिशत पेशेवरों का मानना है कि अपने करियर को बेहतर बनाने के लिए हुनरमंद होना महत्वपूर्ण है।
नया सीखने में इन क्षेत्रों के युवा सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में विनिर्माण, इंजीनियरिंग, पूंजीगत सामान और बीएफएसआई (बैंक, वित्तीय सेवाएं और बीमा) के पेशेवरों के बीच हुनरमंद बनने की मांग सबसे अधिक है। पेशेवरों के बीच हुनरमंद बनने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) डेटा साइंस, और मशीन लर्निंग सबसे पसंदीदा क्षेत्र के रूप में उभरे है।