Aakash Waghmare
12 Nov 2025
इंदौर – दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट के तार जब मध्य प्रदेश के महू से जुड़े, तो पीपुल्स अपडेट की टीम जांच के सिलसिले में अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट के संचालक जवाद अहमद सिद्दीकी के घर पहुंची। महू के कायस्थ मोहल्ले में स्थित यह आलीशान मकान अब वीरान पड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मकान की कीमत करीब चार करोड़ रुपए आंकी जाती है। बताया जा रहा है कि सिद्दीकी इसे छोड़कर महू से फरार हो गया था।
क्या किया 100 करोड़ का?
सूत्रों के अनुसार, वर्ष 1993 के दौरान, जब देश में मुंबई सीरियल ब्लास्ट जैसे बड़े हादसे हुए थे, उसी दौर में जवाद अहमद सिद्दीकी महू में ‘अल-फलाह चिटफंड कंपनी’ चलाता था। उसके पिता उस समय शहर काजी के पद पर थे, जिससे इलाके में उनके परिवार की अच्छी साख थी।
क्या अस्पताल में लगाए गए थे ठगी के पैसे?
अब जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि सिद्दीकी ने ठगी के पैसों से फरीदाबाद में अस्पताल और यूनिवर्सिटी की नींव रखी। आतंकी गतिविधियों में पकड़े गए डॉ. मुजम्मिल शकील और उमर नबी मोहम्मद इसी यूनिवर्सिटी के छात्र थे।