Naresh Bhagoria
6 Nov 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव जोरों पर हैं। 20 जून से शुरू हुई यह चुनाव प्रक्रिया 19 जुलाई तक चलेगी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर जिला और विधानसभा स्तर तक के पदाधिकारी चुने जाएंगे। खास बात यह है कि राज्य में पहली बार यह चुनाव पूरी तरह ऑनलाइन मोड में हो रहा है।
Youth Congress Election Authority (YCEA) की ओर से इस बार चुनाव के लिए मोबाइल ऐप और वेबसाइट का सहारा लिया गया है। 18 से 35 साल की उम्र के युवा केवल ₹50 सदस्यता शुल्क देकर YCEA एप या पोर्टल पर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद उसी प्लेटफॉर्म पर वे अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डाल सकते हैं।
सदस्य बनने की प्रक्रिया में मोबाइल नंबर से लॉगिन, ओटीपी वेरिफिकेशन, नाम-पता, फोटो और वोटर आईडी/आधार कार्ड अपलोड करना शामिल है। इसके बाद डिजिटल आईडी जनरेट होती है, जिससे वोटिंग की जाती है।
चुनाव प्रक्रिया के तहत अब तक 7 लाख 54 हजार युवाओं ने खुद को युवा कांग्रेस से जोड़ा है। इस आंकड़े में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। यह चुनाव प्रदेश के युवा नेताओं को उभारने और संगठन को डिजिटल रूप से मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कुल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 5 महिला उम्मीदवार भी हैं, जो पहली बार बड़ी संख्या में इस पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं। प्रमुख उम्मीदवारों में सतना के दिव्यांग ऑटो ड्राइवर विनय पांडे, भोपाल के अभिषेक परमार, देवास के जिला पंचायत सदस्य राजवीर कुडिया, और सीधी के देवेन्द्र सिंह दादू जैसे नाम शामिल हैं। महिला उम्मीदवारों में योगिता सिंह, गीता कड़वे, शुभांगना राजे जामनिया, स्वीटी पाटिल और मोनिका मांडरे प्रमुख हैं। जातिगत समीकरणों की बात करें तो 19 उम्मीदवारों में से 2 एसटी, 4 ओबीसी, 3 एससी और 6 सामान्य वर्ग से हैं, जिससे युवाओं के विविध प्रतिनिधित्व का संकेत मिलता है।
चुनावी मैदान में सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया, जिन्हें कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का खुला समर्थन प्राप्त है।
वहीं, अभिषेक परमार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का समर्थन मिलने की चर्चा है। हालांकि दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया है कि मेरा कोई व्यक्तिगत उम्मीदवार नहीं है।