Aakash Waghmare
29 Dec 2025
YEAR ENDER 2025। साल 2025 में जेन-जी (GenZ) यानी 1990 के दशक के अंत से 2010 के दशक की शुरुआत में जन्मी पीढ़ी, दुनिया भर में सुर्खियों में रही। जेन-जी ने सड़कों से संसद तक सत्ता को चुनौती दी। नेपाल, श्रीलंका, ईरान, सेनेगल और चिली जैसे देशों में युवा आंदोलनों ने सरकारों को झुकने पर मजबूर किया। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और डिजिटल आजादी जैसे मुद्दों पर उठी आवाजों ने चुनावी नतीजों और सत्ता संतुलन को प्रभावित किया। यह साल बताता है कि, जनसांख्यिकीय बदलाव अब राजनीति की दिशा तय कर रहे हैं।

नेपाल में सरकार बदलने और सत्ता को लेकर दलों की खींचतान से जनता पहले ही नाराज थी। सितंबर 2025 में ओली सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर लगाए गए बैन ने हालात विस्फोटक बना दिए। फैसले के विरोध में युवा सड़कों पर उतरे और आंदोलन जल्द ही हिंसक हो गया, जिसे दुनिया ने जेन जी आंदोलन के नाम से जाना। कई मौतों और भारी हिंसा के बाद ओली सरकार गिर गई और उन्हें देश छोड़ना पड़ा। बैन हटाया गया और सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी।

अफ्रीका के पूर्वी तट पर स्थित मेडागास्कर में भी युवाओं ने 25 सितंबर को देशव्यापी प्रदर्शन शुरू किए। उनका विरोध मुख्य रूप से बिजली-पानी की कमी, रोजगार की कमी, महंगाई और सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ था। युवाओं के इस प्रदर्शन को कुछ दिनों के बाद सेना का भी समर्थन मिला और अक्टूबर में सैन्य तख्तापलट कर दिया गया और राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना अस्थिर स्थिति के बीच देश छोड़ कर भाग गए। मेडागास्कर की संसद ने राजोएलिना को इम्पीच किया और उसके बाद सेना ने सत्ता की घोषणा की।

पुर्तगाल में प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो

पश्चिम अफ्रीका के देश बेनिन में 7 दिसंबर को कुछ सैनिक समूहों ने तख्तापलट का दावा किया था। खुद को सीएमआर यानी मिलिट्री कमेटी फॉर रिफाउंडेशन कहने वाले समूह ने सरकारी टेलीविजन पर कहा कि, उन्होंने बैठक कर राष्ट्रपति पैट्रिस टैलोन को उनके पद से हटाने का फैसला लिया। यह घोषणा ऐसे समय में हुई जब बेनिन राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी कर रहा था, जो 2016 से सत्ता में मौजूद पैट्रिस टैलोन के कार्यकाल का अंत होता।
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जर्मनी: जर्मनी में ओलाफ शोल्ज की गठबंधन की सरकार थी। गठबंधन संसद में बहुमत खो बैठी और जर्मन चांसलर विश्वास प्रस्ताव हार गए।
जापान: जापान के निचले सदन में इस साल जुलाई में चुनाव हुआ, जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी एलडीपी की हार हुई। इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए शिगेरु इशीबा ने अपने पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद एलडीपी से ही साने ताकाइची को बहुमत के साथ पीएम चुना गया।
कनाडा: जस्टिन ट्रूडो को लेकर पार्टी और जनता में असंतोष था, जिसको देखते हुए ट्रूडो ने प्रधानमंत्री और लिबरन पार्टी के नेता के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मार्क कार्नी ने कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
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