भोपाल। 17 सितंबर को प्रदेशभर में एक बार फिर वैक्सीनेशन का महाअभियान आयोजित किया जा रहा है। इस बार मौका है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस का। इस मौके पर मध्यप्रदेश में पहला डोज लगाने वाले लोगों को सितंबर तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेटेड करने का लक्ष्य रखा गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया, 17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर प्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान चलाया जाएगा। साथ ही वैक्सीन के प्रथम डोज से वंचित रहे नागरिकों को सितंबर माह अंत तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेट किया जाएगा।
सितंबर माह तक प्रदेश के 100% पात्र नागरिकों को वैक्सीन का प्रथम डोज लगाने का लक्ष्य है। जीवन को सुरक्षित करने के इस लक्ष्य की प्राप्ति में हम सब अपना योगदान दें।#COVID19 संक्रमण की मौजूदा स्थिति और रोकथाम के उपायों को लेकर मंत्रालय में समीक्षा बैठक की। https://t.co/IJMA3mr5Jk https://t.co/Lbd5cPoemy
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 4, 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात शनिवार को मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान कही। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, स्वास्थ आयुक्त आकाश त्रिपाठी, जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाडे और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में विभिन्न जिलों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मंत्रीगण भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा प्रदेश के कुछ जिलों में आए कोरोना के पॉजिटिव प्रकरण यह संकेत है कि हम सावधान हो जाएँ। जन-जागरूकता की गतिविधियाँ लगातार चलाई जाए और नागरिकों को कोरोना संक्रमण के प्रति सजग और सतर्क किया जाए। जिस भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है, अस्पताल जाकर परामर्श लेना चाहिए। प्रतिदिन कुछ पॉजिटिव केस जिन जिलों में आ रहे हैं, ऐसे प्रकरणों पर निगाह रखी जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य और प्रभारी मंत्री परस्पर संवाद कर संक्रमण के स्थिति का जायजा लेते रहें। इसे खतरे की घंटी माने और सभी सावधान हों। मुख्यमंत्री चौहान ने सागर और जबलपुर कलेक्टर से भी चर्चा की और उनके जिलों में आए पॉजिटिव प्रकरणों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा प्रतिदिन मॉनिटरिंग के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग भी की जाए जिससे आवश्यक उपायों को लागू कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
सितंबर माह के अंत तक लग जाएंगे 160 ऑक्सीजन संयंत्र
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में विभिन्न मदों से 190 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य है। यह कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में 88 संयंत्र लगाए जा चुके हैं। कुल 18 इंस्टॉल हो गए हैं और 40 प्रदाय किए जा चुके हैं। अन्य 44 संयंत्र के कार्य में भी प्रगति है। लोक निर्माण विभाग, यूनिसेफ, पीएम केयर, कोल इंडिया, रेलवे आदि संस्थानों के सहयोग से भी ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में सभी संभावित आवश्यकताओं को देखते हुए ऑक्सीजन संयंत्र ऑपरेशनल स्थिति में हों, यह सुनिश्चित किया जाए। इनका कार्य शीघ्र पूर्ण कर लिया जाए। स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी ने बताया कि आज प्रदेश में 22 प्रकरण आए हैं। कल 18 प्रकरण आए थे। जबलपुर और सागर में जो पॉजिटिव प्रकरण आए हैं उनमें कुछ रोगी अधिक आयु के हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
बैठक में वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी दी गई कि प्रदेश में 72 प्रतिशत पात्र नागरिकों को प्रथम डोज वैक्सीनेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। गुजरात के बाद देश के दूसरे अग्रणी प्रांत में मध्यप्रदेश शामिल हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंस से प्रभारी अधिकारियों से भी चर्चा की। धार, भिंड, सतना और श्योपुर जिले में 50% वैक्सीनेशन कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री ने इन जिलों में वैक्सीनेशन कार्य को तेज गति से किये जाने के निर्देश दिये है। इंदौर और भोपाल वैक्सीनेशन में सबसे आगे हैं। आगर मालवा और सीहोर जिले भी 85 से 90 प्रतिशत पात्र नागरिकों का वैक्सीनेशन करवाकर अग्रणी जिलों में शामिल हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य का 85 से 90 प्रतिशत वैक्सीनेशन कार्य पूर्ण कर चुके जिले शीघ्र ही शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं और इसके लिए पूरे प्रयास किए जाएं।