Naresh Bhagoria
13 Dec 2025
उमरिया जिले के सामान्य वन मंडल अंतर्गत चंदिया वन परिक्षेत्र में शनिवार को एक बाघ का शव संदिग्ध हालात में मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और फील्ड स्टाफ मौके पर पहुंच गए और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि बाघ का शव चंदिया वन परिक्षेत्र के आरएफ–10 क्षेत्र में कथली नदी के किनारे देखा गया। शव मिलने की सूचना के बाद क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया गया है, ताकि किसी तरह के साक्ष्य से छेड़छाड़ न हो सके।
मौके पर डीएफओ विवेक सिंह, एसडीओ कुलदीप त्रिपाठी सहित चंदिया वन परिक्षेत्र की पूरी टीम सूचना पर तत्काल घटनास्थल पहुंची। और हर पहलू से मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर बाघ की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वन विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य तकनीकी जांच के आधार पर मौत की वजह स्पष्ट होने की बात कह रहा है।
फिलहाल, विभाग यह भी जांच कर रहा है कि कहीं यह मामला शिकार, आपसी संघर्ष या किसी अन्य कारण से तो जुड़ा नहीं है। जांच पूरी होने के बाद ही बाघ की मौत को लेकर स्थिति साफ हो सकेगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने मौके पर कड़ा पहरा लगाया है। जिसमें पूरे इलाके को घेराबंदी कर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जांच को और प्रभावी बनाने के लिए डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया है। जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या बाहरी दखल के संकेत मिल सकें।
बाघ के शव के चारों ओर रस्सी लगाकर इलाके को सील कर दिया गया है, जिससे सबूत सुरक्षित रह सकें। साथ ही, घटनास्थल के पास से गुजर रही बिजली लाइन की भी बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं करंट लगने जैसी कोई वजह तो मौत का कारण नहीं बनी।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह मामला उस समय सामने आया जब क्षेत्र में बाघ गणना का कार्य चल रहा था। ऐसे में मौत के कारणों को लेकर हर संभावित पहलू की विशेष जांच की जा रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम और तकनीकी रिपोर्ट आने के बाद ही बाघ की मौत की असली वजह साफ हो पाएगी।