Naresh Bhagoria
4 Dec 2025
राजीव सोनी,भोपाल। सरकार ने सिंहस्थ महाकुंभ 2028 के पहले महाकाल लोक को नए सिरे सजाने-संवारने की तैयारी की है। पूरे परिसर में अब अयोध्या और काशी कॉरिडोर की तर्ज पर गुलाबी-सफेद सेंड स्टोन और मेटल की 99 विशाल मूर्तियां लगाई जाएंगी। शासन ने इस प्रोजेक्ट के लिए 71 करोड़ रुपए का बजट मंजूर कर उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है।
महाकाल लोक में महादेव, सप्तऋषि, भगवती, गणेश, हनुमान, गरुण, सरस्वती, पार्वती, दत्तात्रेय, आस्था भैरव, द्वारपाल और विशाल सिंह की 20 फीट तक ऊंची मूर्ति निर्माण के लिए इस सप्ताह देश-विदेश के शिल्पकारों से निविदा बुलाई जा रही हैं। महाकाल लोक निर्माण के समय फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (FRP) की मूर्तियां लगाई गई थीं। लेकिन ढाई साल पहले तेज आंधी के दौरान ये क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसलिए अब इन सभी मूर्तियों को मेटल और सेंडस्टोन की ठोस मूर्तियों से रिप्लेस करने का निर्णय लिया गया है। इन मूर्तियों के साथ शिव बारात, समुद्र मंथन के अलावा भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार की लीला का प्रसंग भी पत्थर और मेटल में साकार किया जाएगा।
शासन ने सैकड़ों वर्ष तक सुरक्षित रखे जाने के लिए सेंडस्टोन और मेटल (ब्रांज) की मूर्तियां कांक्रीट के पेडस्टल पर मजबूत पकड़ के साथ स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस सप्ताह टेंडर जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। अगले 2 साल के भीतर सभी मूर्तियों को नए सिरे से स्थापित किया जाएगा। पर्यटन विभाग के अफसरों का कहना है कि अयोध्या धाम कॉरिडोर में इस तरह की भव्य-आकर्षक मूर्तियां लगाई गई हैं।
सप्तऋषियों के चेहरे, आकार और देवी-देवताओं की मुख-मुद्रा सहित समुद्र मंथन और शिव बारात का स्वरूप विशेषज्ञों की समिति से फायनल कराया जाएगा। इसके लिए देश के नामी-गिरामी शिल्पकारों से निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं।
इस संबंध में धर्मस्व पर्यटन और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी का कहना है कि महाकाल लोक की भव्यता और दिव्यता को और आकर्षक बनाने की तैयारी है। सिंहस्थ महाकुंभ के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां चल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार यह कार्य समय सीमा में पूर्ण करने को कहा गया है।