Shivani Gupta
8 Oct 2025
उज्जैन के महाकल मंदिर के एक बार फिर नियम टूटा है। सावन के चौथे सोमवार को कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी ने दो अन्य लोगों के साथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा की। जबकि मंदिर का नियम है कि किसी भी श्रद्धालु को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं है। यह घटना सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे की है।
इससे पहले भी दूसरे सोमवार को विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे रुद्राक्ष गर्भगृह में प्रवेश का मामला सामने आया था। अभी वो मामला शांत नहीं हुआ था कि अब पुंडरीक गोस्वामी का वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में गोस्वामी दो अन्य लोगों के साथ गर्भगृह में पूजा करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में कुछ महिलाएं और मंदिर के कर्मचारी गर्भगृह के अंदर दिखाई दे रहे हैं।
मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने सफाई देते हुए कहा कि पुंडरीक गोस्वामी एक संत हैं। इसलिए उन्हें गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। अब इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या उनके पास कोई लिखित अनुमति थी।
कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने भी दो साल पहले उज्जैन में कथा के दौरान गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा की थी। उस समय भी लोगों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए थे कि प्रदीप मिश्रा महामंडलेश्वर नहीं हैं, फिर भी गर्भगृह में प्रवेश हो गया। तब भी श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के नियमों का उल्लंघन करते हुए उन्हें गर्भगृह में प्रवेश दे दिया था।