अंतर्राष्ट्रीय

VIDEO: तुर्की में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.1 रही तीव्रता; 22 लोग घायल

तुर्की में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राजधानी अंकारा, इस्तांबुल और आस-पास के इलाकों में भी इसके झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई। भूकंप की वजह से 22 लोग घायल हो गए, इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

ऊंची इमारत से कूदे लोग

भूकंप बुधवार सुबह करीब 06:38 बजे तुर्की के अंकारा से 186 किमी पश्चिम-उत्तर-पश्चिम में आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी। हेल्थ मिनिस्टर फहार्टिन कोका ने कहा- 22 लोग घायल हुए हैं, इनमें से एक गंभीर है। ये लोग भूकंप के डर से एक ऊंची इमारत से कूद गए थे।

1999 में हुई थी 800 से ज्यादा लोगों की मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप का केंद्र दुजसे प्रांत के गोलकाया में आया। ये शहर इस्तांबुल से 200 किलोमीटर दूर है। इसी शहर में 1999 में सबसे खतरनाक 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 845 लोगों की मौत हो गई थी।

आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?

भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।

ये भी पढ़ें- VIDEO: भूकंप से दहला इंडोनेशिया, 46 की मौत… 700 से ज्यादा जख्मी; कई इमारतें क्षतिग्रस्त

कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।

किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है

• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।

अन्य अंतर्राष्ट्रीय खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button