काबुल। बिना किसी बड़े संघर्ष के अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान कल अपनी सरकार का ऐलान कर सकता है। कहा जा रहा है कि कल जुमे की नमाज के बाद तालिबान नई सरकार की घोषणा कर सकता है।
तीन सप्ताह पहले तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद पिछले 31 अगस्त को अमेरिकी सेना ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया है। अब तालिबान ही अफगानिस्तान का शासक है। हालांकि अब तक वो पंजशीर पर कब्जा नहीं कर सका है। इस क्षेत्र के लिए लड़ाई जारी है।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के जाने के बाद तालिबान बड़े आर्थिक संकट और दूसरे देशों की मदद पर टिका हुआ है।
जानें कौन हो सकता है प्रमुख
रिपोर्ट्स के मुताबिक हिबतुल्लाह अखुंदजादा इस सरकार के प्रमुख हो सकते हैं। सरकार के प्रमुख पदों पर काम करने वाले लोग उन्हीं के नीचे काम करेंगे।
तालिबान के कल्चरल कमिशन के सदस्य अनमुल्लाह समनगनी ने जानकारी दी है कि नई सरकार कैसी होगी, इसमें कौन-कौन होगा इस पर फैसला हो चुका है। इसमें कोई दो राह नहीं है कि अखुंदजादा के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
वहीं तालिबान को मान्यता देने पर अमेरिका ने कहा है कि यह कदम इस बात पर निर्भर करता है कि वह वैश्विक समुदाय की उम्मीदों को कितना पूरा कर पाता है। इस मामले में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि तालिबान को मान्यता इस बात पर निर्भर करती है कि वह विश्व के सामने खुद को कैसे पेश करता है, किसी देश को उसे मान्यता देने की जल्दबाजी नहीं है।