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कौन हैं श्रीराम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कन्नड़ लेखक, पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान

मांड्या। रामचरितमानस और भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों की लिस्ट दिन-ब-दिन लंबी होती जा रही है। इसमें अब कर्नाटक के लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान का नाम भी जुड़ गया है। भगवान राम और सीता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। हालांकि, ये पहली बार नहीं है। वे 2019 में भी भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं।

लेखक का सवाल- श्रीराम आदर्श पुरुष कैसे?

रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान ने हाल में दिए विवादित बयान में कहा कि, राम राज्य बनाने की बात चल रही है… वाल्मीकि रामायण का उत्तर कांड पढ़ने से पता चलता है कि भगवान राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया। प्रोफेसर का कहना है कि भगवान राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरा दिन शराब पीते रहते थे। उन्होंने अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया और उनकी परवाह नहीं की। उन्होंने शूद्र शंबूक का सिर काट दिया, जो एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहा था। वह आदर्श कैसे हो सकते हैं। 20 जनवरी को कर्नाटक के मांड्या में एक कार्यक्रम में उन्होंने ये बयान दिया।

कर्नाटक भाजपा ने कहा- जेल में डालो 

रिटायर्ड प्रोफेसर के इस बयान पर कर्नाटक भाजपा नेताओं में जमकर गुस्सा है। भाजपा नेता विवेक रेड्डी ने कहा- यह सबसे अश्लील और घटिया तरह का हमला है और प्रोफेसर की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत बहुत सहिष्णु देश है। उन्होंने केएस भगवान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल में डालने की मांग की है। बताते चलें कि केएस भगवान ने इससे पहले भी भगवान राम पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने 2019 में कहा था कि भगवान राम नियमित रूप से शराब पीते थे और उन्होंने सीता को भी शराब पिलाई थी।

पहले भी भगवान राम पर दिया था विवादित बयान

उल्लेखनीय है कि लेखक केएस भगवान ने पहली बार भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने 2019 में भी दावा किया था कि भगवान राम ‘नशीला पदार्थ’ लेते थे और उन्होंने सीता को भी शराब पिलाई थी। कन्नड़ लेखक ने कहा था कि उन्होंने अपना बयान ‘वाल्मीकि रामायण’ के आधार पर दिया। उन्होंने अपनी किताब ‘राम मंदिर यके वेद’ में भी इस बात का जिक्र किया है। उस किताब में केएस भगवान ने रामायण के बारे में भी कुछ ऐसे शब्द लिखे थे, जिस पर विवाद हुआ था।

फरवरी 2021 में हुआ था इंक अटैक

लेखक केएस भगवान पर बेंगलुरु की एक महिला वकील ने 2021 में सिटी सिविल कोर्ट में पुलिस कर्मियों के सामने इंक अटैक किया था। महिला का कहना था कि, वह हिंदू धर्म का अपमान कर रहा है, इसलिए उसका मुंह काला किया जाना चाहिए।

कही थी गीता के पन्ने जलाने की बात

2015 में कन्नड़ लेखक केएस ने हिंदू धर्म ग्रंथ भगवद गीता के खिलाफ बयान देते हुए उसके कुछ पन्ने जलाने की बात कही थी। उस समय भी लेखक के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज किया गया था।

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