चुनाव से पहले मोदी ने कहा था गौ मांस निर्यात बंद कराएंगे, आज देश को सबसे बड़ा केंद्र बना दिया: शंकराचार्य स्वरूपानंद
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से कितने संतुष्ट होने के सवाल पर दिया जवाब
Publish Date: 1 Sep 2021, 3:44 PM (IST)Reading Time: 2 Minute Read
जबलपुर। ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि 2014 के चुनाव से पहले मोदी ने कहा था कि देश से गौ मांस का निर्यात बंद करवाएंगे, मगर पीएम बनने के बाद गौ वध तो खत्म होना दूर, देश को सबसे बड़ा गौ मांस निर्यातक बना दिया। उन्होंने ये जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामों से कितने संतुष्ट होने के सवाल पर दिया।
शंकराचार्य ने तपस्थली परमहंसी गंगा आश्रम झोंतेश्वर जिला नरसिंहपुर में पीपुल्स समाचार से विशेष चर्चा की। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनना सभी चाहते हैं, हम भी चाहते हैं मगर ये शास्त्रोक्त विधान से परमात्मा श्रीराम का मंदिर बने जैसा कि आरएसएस के मोहन भागवत ने कहा कि राम महापुरुष हैं और उनका स्मारक बनाएंगे, ये सनातन धर्मी कैसे स्वीकार कर सकते हैं। उस पर मोदी ने कहा था कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। राम मंदिर की जमीन पर ट्रस्टी पर भ्रष्टाचार के आरोपों पर वे मौन रहते हैं। ये उचित नही है।
शास्त्र मानने वाला हिन्दू
जब शंकराचार्य महाराज से पूछा गया कि भाजपा ने हिंदुत्व की परिभाषा ही बदल दी है ये देश को किस ओर ले जाएगी तो उनका जवाब था कि मोहन भागवत कहते हैं कि भारत में पैदा होने वाला हिन्दू है। यहां तो मुसलमान भी पैदा होता है, इसाई भी पैदा होता है तो क्या उन्हें भी हिन्दू मानेंगे। हमारा कहना है कि बाइबिल को मानने वाला इसाई होगा, कुरान को मानने वाला मुसलमान होगा ओर शास्त्र को मानने वाला हिन्दू होगा। यदि कोई हिन्दू परिवार अमेरिका में रहता है और उसके घर बेटा होता है तो वो भी हिन्दू होगा।
शिवराज परिक्रमा में थे और खनन हो रहा था
नर्मदा में अवैध उत्खनन को लेकर शंकराचार्य ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बातें तो बड़ी करते हैं मगर उन पर अमल नहीं करते। नर्मदा में अवैध रेत उत्खनन पर वे दोहरी नीति पर चल रहे हैं। वे नर्मदा परिक्रमा कर रहे थे और जिस जगह उनका विश्राम था नर्मदा के दूसरे तट पर अवैध उत्खनन चल रहा था। इसके लिए उन्हें दृढ़ इच्छा शक्ति दिखानी चाहिए।