इंदौर -- यह कोई शहर में पहली बार नहीं हुआ हैं। जब दो थानों की सीमा को लेकर पुलिसकर्मी को सोचना पड़ता हैं बल्कि घटना स्थल पर जाने से पहले वो यह जानकारी लेते हैं कि घटना किस थाने के अंतर्गत हैं जब तक इस बात की जानकारी पुलिस के पास आती हैं तब तक देरी हो जाती हैं।
25 मिनट तक तड़पती रही-
शहर के तेजाजी नगर में ट्रक चालक ने छात्रा को टक्कर मार दी, वो खून से लथपथ छात्रा 25 मिनट तक तड़पती रही अधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई। पूरी घटना में पुलिस दो थानों की सीमा में उलझती रही लेकिन डायल 112 समय पर पहुँचती तो उस छात्रा को प्राथमिक उपचार मिल जाता। जिससे शायद उसकी मौत नहीं होती ।
मामला तेजाजी नगर थाने के नेमावर ब्रिज की बताई जा रही है। गुरुवार सुबह गुरुवार सुबह करीब 10 बजे की 19 वर्षीय लहर उर्फ लक्की मेडिकैप्स कॉलेज की छात्रा जा रही थी। तभी ब्रिज के समीप ट्रक(एचआर 55एएक्स 7849) ने लक्की के स्कूटर को टक्कर मार दी। गिरने के बाद भी वह होश में थी। लोग रुके लेकिन कोई अस्पताल नहीं ले गया। ना मौके पर डायल 112 पहुंची ,राहगिरों के कॉल लगाने पर कनाड़िया और तेजाजी नगर पुलिस एक दूसरे का क्षेत्र बताते रहे। राहगिरों ने ओवरटेक कर ट्रक को रोक लिया। हेल्पर कूद कर भाग गया पर चालक पकड़ में आ गया। इसी बीच कनाड़िया पुलिस पहुंच गई लेकिन उनके सामने ही चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। बाद में तेजाजी नगर पुलिस पहुंची और ट्रक की तलाश की।
एमपी ऑनलाइन सेंटर पिता का -
लक्की के पिता शशांक का एमपी ऑनलाइन सेंटर है। वह इकलौती बेटी थी। टक्कर मारने वाला ट्रक चालक और हेल्पर फरार हो गया है। उसके मोबाइल की पीथमपुर की लोकेशन मिली है। तेजाजी नगर पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।लहर उर्फ लक्की के सिर में चोट लगी थी। घायल लक्की ने दोस्त तनिषा वाजा को कॉल लगाया और कहा तनिषा मुझे लग गई है। वह मदद मांग रही थी। उसके फोन से मां ज्योति को भी कॉल लगाया गया था। ज्योति मौके पर पहुंची और एफआरवी से अस्पताल लेकर रवाना हो गई। थोड़ी देर बाद ज्योति ने तनिषा से कहा लक्की इस दुनिया में नहीं रही। उसकी मौत हो गई है। दोस्त अंकित के अनुसार लक्की की वक्त पर मदद नहीं मिली। लोग उपचार मिल जाता तो वह बच सकती थी। पुलिस और एम्बुलेंस वाले भी समय पर नहीं आए थे।
पुलिसकर्मी भी सीमा क्षेत्र में उलझे रहे -
पुलिसकर्मी भी सीमा क्षेत्र में उलझे रहे। राहगिरों के कॉल लगाने पर कनाड़िया और तेजाजी नगर पुलिस एक दूसरे का क्षेत्र बताते रहे। राहगिरों ने ओवरटेक कर ट्रक को रोक लिया। हेल्पर कूद कर भाग गया पर चालक पकड़ में आ गया। इसी बीच कनाड़िया पुलिस पहुंच गई लेकिन उनके सामने ही चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। बाद में तेजाजी नगर पुलिस पहुंची और ट्रक की तलाश की। सनावद,खलघाट और धामनोद तक टोलनाकों पर नाकाबंदी करवाई। ट्रक मालिक जिशान से संपर्क कर मोबाइल नंबर लिए लेकिन चालक ओरीलाल ने फोन बंद कर लिया। टीआइ देवेंद्र मरकाम के अनुसार ट्रक बीग स्टॉक लॉजिस्टिक मानेसर (हरियाणा) का है। मथुरापेठ उप्र निवासी ओरीलाल बघेल पीथमपुर आया था