Mithilesh Yadav
29 Oct 2025
Mithilesh Yadav
29 Oct 2025
Peoples Reporter
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Aniruddh Singh
7 Oct 2025
सियोल। दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक दिग्गज सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा में खुद को आगे रखने के लिए नई रणनीतियां अपना रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह अमेरिकी एआई चिप निर्माता एनविडिया के साथ अपने अगली पीढ़ी के हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (एचबीएम4) चिप्स की आपूर्ति को लेकर करीबी चर्चा में है। बता दें यह वही तकनीक है, जो आधुनिक एआई प्रोसेसरों का एक महत्वपूर्ण आधार बन चुकी है, क्योंकि यह बड़े डेटा वॉल्यूम को तेजी से प्रोसेस करने में सक्षम है।
सैमसंग ने बताया वह अगले वर्ष इन एचबीएम4 चिप्स को बाजार में उतारने की योजना बना रहा है, हालांकि कंपनी ने यह नहीं बताया कि वास्तविक शिपमेंट कब शुरू होगी। वहीं, सैमसंग की स्थानीय प्रतिद्वंद्वी कंपनी एसके हाइनिक्स इस समय एनविडिया को सबसे बड़ी एचबीएम चिप्स की आपूर्ति करती है। एसके हाइनिक्स पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह एचबीएम4 चिप्स की डिलीवरी साल की चौथी तिमाही से शुरू करेगी और अगले साल बिक्री बढ़ाएगी।
एनविडिया ने भी पुष्टि की है कि वह सैमसंग के साथ HBM3E और HBM4 दोनों के लिए एक रणनीतिक सप्लाई सहयोग पर बातचीत कर रही है, जिससे यह संकेत मिलता है कि एनविडिया अपने भविष्य के एआई प्रोसेसरों के लिए सैमसंग पर भी निर्भर रहने वाली है। इसके अलावा, सैमसंग ने यह भी कहा है कि वह 50,000 उच्च-स्तरीय एनविडिया चिप्स खरीदेगा, जिनका उपयोग एक एआई-संचालित सेमीकंडक्टर फैक्ट्री बनाने में किया जाएगा। इस नई फैक्ट्री का उद्देश्य चिप निर्माण की गति और गुणवत्ता में सुधार लाना है।
इन घोषणाओं के बाद सैमसंग के शेयरों में करीब 4.3% तक की तेजी आई, जो निवेशकों के बढ़े विश्वास को दिखाता है कि कंपनी अब एआई चिप बाजार में फिर मजबूत उपस्थिति दर्ज करा सकती है। सैमसंग के चेयरमैन जे वाई ली और एनविडिया के सीईओ जेंसन हुआंग ने सियोल में मुलाकात के दौरान फ्राइड चिकन और बीयर के साथ अनौपचारिक चर्चा की। यह मुलाकात न केवल व्यावसायिक सहयोग की प्रतीक थी, बल्कि दोनों कंपनियों के बीच पिछले दो दशकों से चले आ रहे रिश्तों की निरंतरता को भी दर्शाती है।
वित्तीय विश्लेषक और केबी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख जेफ किम का कहना है कि एचबीएम4 चिप्स को अभी कुछ और परीक्षणों से गुजरना होगा, लेकिन सैमसंग की उत्पादन क्षमता उसे प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त दिला सकती है। उनका मानना है कि यदि सैमसंग एनविडिया को एचबीएम4 चिप्स की आपूर्ति करने में सफल रहता है, तो वह बाजार में वह हिस्सा हासिल कर सकता है जो उसे पहले के एचबीएम सीरीज उत्पादों से नहीं मिल सका था। हाल के सालों में सैमसंग एचबीएम बाजार में अपेक्षाकृत पीछे रह गई, जबकि एसके हायनिक्स और माइक्रोन जैसी कंपनियां एआई चिप्स की बढ़ती मांग से तेजी से लाभ उठा रही हैं।
इस कारण सैमसंग को अपने चिप डिवीजन में पुनर्गठन करना पड़ा। हालांकि, हाल की तिमाही में इसकी पारंपरिक मेमोरी चिप्स की बिक्री में सुधार से मुनाफ़े में बढ़ोतरी देखी गई है। एचबीएम (हाई बैंडविड्थ मेमोरी) दरअसल डीआरएएम की एक उन्नत तकनीक है, जिसमें चिप्स को एक-दूसरे के ऊपर स्टैक किया जाता है, ताकि अधिक गति, कम बिजली की खपत और सीमित स्थान में अधिक क्षमता प्राप्त की जा सके।
यह वही तकनीक है जो आज के जटिल एआई मॉडल्स, जैसे चैटजीपीटी या एनविडिया के एआई सर्वरों, के लिए जरूरी डेटा प्रोसेसिंग की रीढ़ बन चुकी है। एचबीएम4 चिप्स की लॉन्चिंग सैमसंग के लिए एक निर्णायक परीक्षा होगी यह तय करेगी कि कंपनी आने वाले एआई युग में अपनी खोई हुई बढ़त को पुनः प्राप्त कर पाती है या नहीं। बता दें कि सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और एसके हाइनिक्स दोनों दक्षिण कोरिया की बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियां हैं। दोनों ही मेमोरी चिप्स बनाती हैं, जिनमें एचबीएम (हाई बैंडविड्थ मेमोरी) चिप्स भी शामिल हैं।
इन दोनों कंपनियों के बीच आपस में कड़ी प्रतिस्पर्धा है, क्योंकि दोनों ही कंपनियां एनवीडिया जैसी दुनिया के शीर्ष एआई चिप निर्माता कंपनियों को अपने उत्पाद बेचती हैं। उल्लेखनीय है कि एनविडिया खुद अपने लिए मेमोरी चिप नहीं बनाती, बल्कि वह अपने एआई प्रोसेसर (जैसे एच100, बी100, ब्लैकवेल) के लिए एचबीएम मेमोरी दूसरी कंपनियों से खरीदती है। एसके हायनिक्स एनविडिया को एचबीएम चिप्स की सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता कंपनी है। सैमसंग भी एनविडिया को एचबीएम चिप्स सप्लाई करने की कोशिश कर रही है, लेकिन अभी तक वह इस बाजार में एसके हाइनिक्स से पीछे रही है।