
श्रीनगर।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। हमले के तीन दिन बाद कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी श्रीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने न सिर्फ घायलों से मुलाकात की, बल्कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बातचीत की।
आतंक का उद्देश्य समाज को बांटना
श्रीनगर में मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं यहां यह जानने आया हूं कि वास्तव में क्या हुआ है और लोगों के हालात कैसे हैं। आतंकवादियों का इरादा समाज को बांटना है और हमें उन्हें सफल नहीं होने देना है। पूरा देश एक साथ खड़ा है। सभी भारतीयों का यह कर्तव्य है कि ऐसे समय में एकजुट रहें।
घायल पर्यटकों से की मुलाकात
राहुल गांधी ने श्रीनगर के सेना अस्पताल जाकर एक घायल पर्यटक से मुलाकात की। उन्होंने हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा प्यार और स्नेह उन सभी के साथ है जिन्होंने इस हमले में अपने प्रियजनों को खोया है। उन्होंने यह भी कहा कि देश का हर नागरिक इस दुख की घड़ी में कश्मीर के साथ है और सरकार को इस संकट से निपटने में सभी राजनीतिक दलों का सहयोग मिलेगा।
सीएम उमर अब्दुल्ला और एलजी से मुलाकात
श्रीनगर दौरे के दौरान राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके निवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आतंकी हमले की परिस्थितियों, सुरक्षा इंतजामों और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बातचीत की।
देशभर में दिख रहा गुस्सा
22 अप्रैल को बैसरन घाटी, पहलगाम में हुए इस हमले ने एक बार फिर कश्मीर घाटी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। 26 पर्यटकों की मौत और दर्जनों के घायल होने की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया है।