Aakash Waghmare
9 Dec 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (30 अगस्त 2025) को चीन के तियानजिन पहुंचे। जापान यात्रा खत्म करने के बाद जब पीएम मोदी चीन पहुंचे तो उनका रेड कारपेट पर भव्य स्वागत किया गया। वह 1 सितंबर तक चीन में रहेंगे।
SCO शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जिनपिंग से मुलाकात में दोनों देशों के संबंधों को सामान्य और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी।
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब ट्रंप की व्यापार नीति के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल है। भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद राजनीतिक और आर्थिक समीकरण बदल रहे हैं। इस बीच पीएम मोदी की चीन यात्रा को बेहद अहम माना जा रहा है।
पीएम मोदी के इस ऐतिहासिक दौरे को लेकर न केवल भारतीय समुदाय बल्कि चीनी नागरिकों और कारोबारियों में भी उत्साह है। सभी को उम्मीद है कि यह यात्रा भारत-चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी।
SCO समिट 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन में आयोजित होगा। इसमें 20 से ज्यादा देशों के नेता शामिल होंगे। पीएम मोदी और शी जिनपिंग पिछली बार अक्टूबर 2024 में रूस के कजान में ब्रिक्स समिट के दौरान मिले थे।
जापान और चीन दौरे से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि ये यात्राएं राष्ट्रीय हितों और प्राथमिकताओं को आगे ले जाएंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि यह दौरा क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और सतत विकास को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।