Shivani Gupta
20 Sep 2025
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद में कहा कि अगर भारत पाकिस्तान पर युद्ध की घोषणा करता है, तो सऊदी अरब उसकी रक्षा करेगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए समझौते में "रणनीतिक पारस्परिक सहायता" का प्रावधान शामिल है।
ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तानी चैनल जियो टीवी से बातचीत में इस समझौते की तुलना नाटो के अनुच्छेद 5 से की। इसमें कहा गया है कि किसी एक सदस्य पर हमला सभी पर हमला माना जाएगा। रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह समझौता आक्रामक नहीं बल्कि रक्षात्मक है।
आसिफ ने कहा कि अगर सऊदी अरब या पाकिस्तान पर हमला होता है तो दोनों देश मिलकर उसका मुकाबला करेंगे। उन्होंने बताया कि इस समझौते का मकसद किसी पर आक्रमण करना नहीं बल्कि सिर्फ रक्षा करना है।
ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार सऊदी अरब के उपयोग के लिए भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा अपनी परमाणु सुविधाओं का निरीक्षण करवाया है और कभी कोई नियम नहीं तोड़ा।
रॉयटर्स के मुताबिक, एक वरिष्ठ सऊदी अधिकारी ने कहा कि यह एक व्यापक रक्षात्मक समझौता है जिसमें सभी सैन्य साधन शामिल हैं।
इस समझौते पर भारत सरकार ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद व्यवस्था को औपचारिक रूप देता है। भारत ने कहा कि इसके निहितार्थों पर विचार किया जा रहा है।
सैन्य और राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता रियाद की पूंजी को पाकिस्तान के परमाणु हथियारों से जोड़ता है और दोनों देशों के लिए यह बड़ी सफलता है।