Peoples Reporter
7 Oct 2025
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मूसलाधार मानसूनी बारिश का कहर जारी है, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है। शनिवार को सियालकोट और झेलम में दो और लोगों की मौत हुई। सियालकोट में सबसे अधिक 78 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पूरे प्रांत में सर्वाधिक है। पाकिस्तान मौसम विभाग के अनुसार लाहौर में 43.4 मिमी, गुजरांवाला में 36.8 मिमी, चकवाल में 23 मिमी, अटॉक में 13.6 मिमी, मंगला में 12.2 मिमी, गुजरात में 10.6 मिमी, नारोवाल में 5.0 मिमी, रावलाकोट में 4.0 मिमी, इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर 3.9 मिमी और मंडी बहाउद्दीन में 0.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को पंजाब के अधिकांश हिस्सों में मौसम गर्म और उमस भरा रहा , लेकिन उत्तर-पूर्वी पंजाब, पोठोहार, इस्लामाबाद, ऊपरी खैबर पख्तूनख्वा, कश्मीर और आस-पास के पहाड़ी इलाकों में कहीं-कहीं बारिश, हवाएं और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ीं। प्रांतीय प्रशासन द्वारा 8 अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा मानसून सीजन में अब तक 164 लोगों की मौत हो चुकी थी और 82 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा 121 मवेशियों की भी मौत हुई है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण लगभग 216 घर पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं।
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लगातार हो रही तेज बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और प्रशासन ने चेतावनी जारी की है। कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण यातायात बाधित है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है तथा प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है। यह स्थिति पंजाब प्रांत में पहले से ही हो रही आर्थिक और बुनियादी ढांचे की चुनौतियों को और गंभीर बना रही है। लगातार हो रही वर्षा से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे मौसम विभाग के निदेर्शों का पालन करें और अनावश्यक रूप से निचले और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में न जाएं।