Peoples Reporter
7 Oct 2025
बेरुत। दक्षिण लेबनान के टायर क्षेत्र के वादी जिÞबकीन इलाके में हुई एक दुर्घटना में 6 लेबनानी सैनिकों की मौत हो गई है। यह घटना उस समय हुई जब सेना का एक दल एक हथियार भंडार का निरीक्षण और उसे निष्क्रिय करने का प्रयास कर रहा था। लेबनानी सेना ने अपने बयान में बताया कि विस्फोट के दौरान कुछ अन्य सैनिक घायल हुए हैं, लेकिन उनकी संख्या स्पष्ट नहीं की गई है। सेना ने बताया विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब लेबनानी सेना संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना (यूएनआईएफआईएल) के साथ मिलकर दक्षिण लेबनान में हिज्बुल्लाह के सैन्य ढांचे को खत्म करने का काम कर रही है। यह कदम नवंबर में इजरायल के साथ हुए युद्धविराम समझौते के हिस्से के रूप में उठाया जा रहा है।
इसी सप्ताह लेबनानी सरकार ने अमेरिका समर्थित योजना को मंजूरी दी है, जिसके तहत हिज्बुल्लाह को निशस्त्र करने की प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि, हिज्बुल्लाह ने इस मांग को खारिज करते हुए कहा है कि यह इजरायल के हितों को बढ़ावा देने वाली योजना है। कुछ दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के प्रवक्ता एंड्रिया टेनेन्टी ने बताया था कि इसी क्षेत्र में सुरंगों का एक विशाल जाल मिला है।
ये भी पढ़ें: राजा रघुवंशी हत्याकांड की आरोपी सोनम रघुवंशी की दादी का निधन, गोविंद नहीं जा सका राखी बंधवाने
संयुक्त राष्ट्र के एक अन्य प्रवक्ता फरहान हक के अनुसार, वहां तीन बंकर, तोपखाने, रॉकेट लॉन्चर, सैकड़ों विस्फोटक गोले, रॉकेट, एंटी-टैंक माइंस और करीब 250 तैयार इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (कएऊ) मिले थे। इन हथियारों की मौजूदगी इस बात का संकेत देती है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सशस्त्र ढांचा मौजूद था, जिसे हटाने के प्रयास जारी हैं।
लेबनान के पीएम नवाफ सलाम ने सोशल मीडिया पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश उन बहादुर सैनिकों का शोक मना रहा है जिन्होंने अपने राष्ट्रीय कर्तव्य का पालन करते हुए जान गंवाई। उन्होंने उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। संयुक्त राष्ट्र शांति सेना मिशन के प्रमुख डियोदातो अबगनारा ने भी सैनिकों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ये सैनिक स्थिरता बहाल करने और खुले संघर्ष की वापसी रोकने के लिए अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे।
अबगनारा ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और भरोसा दिलाया कि शांति सेना लेबनानी सशस्त्र बलों के साथ मिलकर क्षेत्र में स्थिरता बहाल करने के हर संभव प्रयास करती रहेगी। यह हादसा न केवल लेबनान की सुरक्षा स्थिति की नाजुकता को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि क्षेत्र में छिपे हथियारों और विस्फोटक सामग्रियों को हटाने का काम कितना खतरनाक और संवेदनशील है।