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ऑपरेशन बायसन : सफलतापूर्वक सतपुड़ा से बांधवगढ़ पहुंचाए गए बायसन, 250 से लोगों के टीम की अगुवाई कर रहे मुख्य वन संरक्षक एल कृष्णामूर्ति

सोहागपुर। मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना क्षेत्र से बायसन (भारतीय गौर) को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में स्थानांतरित करने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन बायसन’ के तहत अब तक 25 बायसन को सफलतापूर्वक उनके नए आवास तक पहुंचा दिया गया है। इस पूरे अभियान में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एल कृष्णामूर्ति की अगुवाई में 250 से अधिक अधिकारी, विशेषज्ञ और पशु चिकित्सकों की टीम शामिल है।

50 बायसन को बांधवगढ़ भेजने की योजना

वन विभाग ने कुल 50 बायसन को बांधवगढ़ भेजने की योजना बनाई है, जिसमें पहले चरण में 25 बायसन को भेजा जा चुका है। बायसन को पकड़ने, उनकी मेडिकल जांच करने, ट्रांसपोर्ट करने और नए स्थान पर सफल पुनर्वास तक की पूरी प्रक्रिया को विशेषज्ञों की देखरेख में अंजाम दिया जा रहा है।

कृष्णामूर्ति के अनुभव का मिला लाभ

एल कृष्णामूर्ति पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में कान्हा से बारहसिंगा और चीतल का स्थानांतरण और कर्नाटक से हाथियों का पुनर्वास जैसी कई परियोजनाएं सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी हैं। उनकी इस विशेषज्ञता के चलते ऑपरेशन बायसन को भी सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा रहा है।

बायसन ट्रांसपोर्टेशन की सख्त निगरानी

वर्तमान फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने बताया कि बायसन को ले जाने वाले वाहनों की सैटेलाइट ट्रैकिंग के माध्यम से निगरानी की जा रही है। रास्ते में जिन जिलों से ये वाहन गुजर रहे हैं, वहां हर 50-55 किमी पर वन विभाग की टीमें निगरानी कर रही हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

कैसे की गई बायसन की शिफ्टिंग

इस अभियान में पूरी सतर्कता और सावधानी बरती गई। विशेषज्ञों की टीम ने बायसन को पहले सावधानीपूर्वक चिह्नित किया। उन्हें बेहोश करने के बाद बड़े स्ट्रेचर पर रखा गया। आंखों को हरे कपड़े से ढक दिया गया ताकि वे तनाव में न आएं। लगभग 200 मीटर तक प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा कंधों पर उठाकर ट्रांसपोर्ट वाहनों तक पहुंचाया गया। वाहनों में रखने के बाद पशु चिकित्सकों ने उनकी मेडिकल जांच की। फिर सभी सावधानियों के साथ बायसन को बांधवगढ़ रवाना किया गया।

सुरक्षा नियमों का पालन

फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने स्पष्ट किया कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वन्यजीव सुरक्षा मानकों और एहतियाती उपायों का पूरी तरह पालन किया गया है। सफर के दौरान पशु चिकित्सकों की टीम बायसन की स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है ताकि वे किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से सुरक्षित रहें।

बांधवगढ़ में बायसन का नया ठिकाना

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बायसन के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माहौल तैयार किया गया है। वहां उनके अनुकूल जलवायु, चारा और सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि वे नए वातावरण में जल्दी से ढल सकें।

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