Manisha Dhanwani
30 Oct 2025
काठमांडू। नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जन आंदोलन का आज तीसरा दिन है। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। राजधानी काठमांडू और अन्य प्रमुख शहरों में लगातार हिंसा, आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हो रही हैं।
नेपाली सेना ने मंगलवार रात 10 बजे से पूरे देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल ने इस संकट की गंभीरता पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि कुछ उपद्रवी इस कठिन समय का गलत फायदा उठाकर सरकारी संपत्ति और आम नागरिकों के लिए खतरा बन रहे हैं।

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने बढ़ते दबाव के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और काठमांडू छोड़ दिया है। वहीं राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास और सुप्रीम कोर्ट समेत कई महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ व आगजनी की है। इस हिंसा में अब तक 22 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
सोशल मीडिया बैन, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और सरकारी अन्य गलत नीतियों के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन अब हिंसक रूप ले चुका है। मंगलवार रात से नेपाली सेना ने पूरे देश में नियंत्रण संभाल लिया। सेना का कहना है कि आंदोलनकारियों के बीच कुछ उपद्रवी तत्व सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, आम नागरिकों की सुरक्षा खतरे में डाल रहे हैं और आगजनी, लूटपाट जैसी हरकतें कर रहे हैं।
केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी हिंसा का सिलसिला नहीं रुका। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, झालानाथ खनाल और पुष्प कमल दहल प्रचंड के निजी घर जलाकर राजनीतिक संकट को और भयंकर बना दिया। इस हिंसा में पूर्व पीएम झालानाथ खनाल की पत्नी की भी मौत हो गई। वित्त मंत्री विष्णु पौडेल को भी उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
स्थिति को शांतिपूर्ण रूप से समाप्त करने की कोशिश के तहत नेपाली सेना ने मध्यस्थता की पहल शुरू की है। मंगलवार रात राष्ट्रपति भवन में आर्मी चीफ अशोक राज सिग्देल ने Gen-Z प्रतिनिधियों से अनौपचारिक बैठक कर उनकी मांगें सुनीं। इसके बाद आज औपचारिक बातचीत की तैयारी की गई है।
आज राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल की मौजूदगी में सेना और युवा प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होगी। बैठक का मुख्य एजेंडा नागरिक सरकार का गठन, संसद का भंग करना और नए चुनाव कराना है। प्रदर्शनकारी युवाओं का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों को सत्ता से हटाकर जनता के नेतृत्व में नई सरकार बनाई जानी चाहिए। काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने भी संसद भंग करने की शर्त पर बातचीत का समर्थन किया है।
विरोध प्रदर्शन और बढ़ती अशांति को देखते हुए नेपाली सेना ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कब्जा कर लिया है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने जानकारी दी कि बुधवार शाम 6 बजे तक सभी घरेलू, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और निजी हेलिकॉप्टर सेवाएं स्थगित कर दी गईं हैं।
इस कदम के चलते एयर इंडिया, इंडिगो, नेपाल एयरलाइंस समेत कई प्रमुख एयरलाइंस ने दिल्ली-काठमांडू के बीच की उड़ानें रद्द कर दीं। इससे सैकड़ों यात्री नेपाल और विदेशों में फंसे हुए हैं। एयरपोर्ट प्रशासन ने कहा कि सभी आगमन और प्रस्थान सेवाएं तब तक निलंबित रहेंगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती।
नेपाल में जारी हिंसा का असर भारत पर भी पड़ने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि उपद्रवी तत्व भारत-नेपाल सीमा से लगे उत्तर प्रदेश और बिहार के जिलों में अशांति फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए सशस्त्र सीमा बल (SSB), यूपी पुलिस और बिहार पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
नेपाल में फंसे भारतीयों के लिए सीएम योगी के निर्देश पर तीन हेल्पलाइन नंबर और एक व्हाट्सएप नंबर जारी-
1- 0522-2390257
2- 0522-2724010
3- 9454401674
व्हाट्सएप- 9454401674