Naresh Bhagoria
8 Nov 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने सोयाबीन उत्पादक किसानों को राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि, भावांतर योजना के तहत सोयाबीन का मॉडल रेट 4,000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक तय किया गया है। इसके साथ ही किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित कराने के लिए प्रति क्विंटल 1,300 रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे। यह राशि 13 नवंबर से किसानों के खातों में डाली जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, यह निर्णय किसानों की आय बढ़ाने और उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर रही है।
सोयाबीन का MSP 5,328 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, लेकिन मंडियों में कई जगह इसे कम भाव पर खरीदी जाने की शिकायतें आई थीं। इसके समाधान के लिए राज्य सरकार ने भावांतर योजना लागू की, ताकि किसानों को वास्तविक MSP का लाभ मिल सके।
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किसानों की शिकायतों को देखते हुए अब राज्य सरकार ने तय किया है कि, सोयाबीन उत्पादक किसानों को प्रति क्विंटल 1,300 रुपए अतिरिक्त दिए जाएंगे। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और मंडियों में उनके नुकसान को कम किया जा सकेगा। कुल नौ लाख 36 हजार से ज्यादा किसानों ने योजना के लिए पंजीकरण कराया है। भावांतर योजना की अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, सरकार हमेशा किसानों के साथ है और उनकी भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने सभी किसानों से अपील की है कि, वे योजना का लाभ उठाएं और अपनी उपज का सही मूल्य सुनिश्चित करें।
भावांतर योजना के तहत मंडियों में हुई बिक्री का औसत निकालकर मॉडल रेट 4,000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक तय किया गया। अब किसान इस मॉडल रेट और MSP के बीच का अंतर सीधे अपने खाते में प्राप्त करेंगे। किसानों का कहना है कि, इस फैसले से उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा और मंडियों में होने वाली खरीदी भी बेहतर होगा।