Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
Shivani Gupta
7 Oct 2025
मुरैना। मुरैना जिले के पोरसा में एक झोलाछाप डॉक्टर ने महिला को इलाज के नाम पर गलत इंजक्शन लगा दिया, जिसके बाद महिला की आंखों की रोशनी चली गई। महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर डॉक्टर को गिरफ्तार किया।
दरअसल, 11 जुलाई को मनीषा कुशवाह ने ठंडी खीर खाई थी। जिसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। तबीयत खराब होने के कारण वे अपनी मां के साथ प्रमोद जैन के क्लीनिक पर पहुंची। वहां प्रमोद ने महिला को एक इंजेक्शन लगाया और दो गोलियां दीं, जिसके बाद महिला की तबीयत और बिगड़ गई। शाम तक महिला को दिखना बंद हो गया।
जब महिला को दिखाई देना बंद हुआ तब परिजन उसे फिर से उसी डॉक्टर के क्लीनिक लेकर पहुंचे, लेकिन उसने मनीषा को ग्वालियर रेफर कर दिया। ग्वालियर में भी इलाज कराया गया, लेकिन दिखाई नहीं दिया। महिला अब अकैले चलने के कबिल नहीं है, उसको लोगों का सहारा लेना पड़ता है।
महिला और परिजन ने 28 जुलाई को पोलसा थाने में केस दर्ज कराया, जिसके बाद CMHO ने पांच सदस्यीय जांच दल गठित किया। जांच दल ने 1 अगस्त को क्लीनिक को सील कर जांच शुरू की। महिला की आंखों की रोशनी किस वजह से गई या किस दवा का साइड इफेक्ट हुआ, ये जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
जांच मे सामने आया कि आरोपी प्रमोद जैन के पास डॉक्टर की कोई भी डीग्री नहीं है। उसके पिता डॉक्टर थे। उन्हीं की जगह पर वह प्रैक्टिस करता था। पुलिस ने उसे गिराफ्तार कर लिया है।