Naresh Bhagoria
5 Nov 2025
धर्म डेस्क। पितृपक्ष के दौरान नवमी तिथि बहुत ही खास मानी जाती है। इसे मातृ नवमी भी कहा जाता है। साल 2025 में 15 सितंबर को यह तिथि मनाई जाएगी। आइए जानते हैं इस दिन का महत्व और इसे क्यों मनाया जाता है।
इस दिन उन महिलाओं का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु पति के जीवित रहते हो गई हो। साथ ही उन माताओं, बहनों और बेटियों का श्राद्ध भी किया जाता है जिनकी मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं है। इस दिन किए गए श्राद्ध से मातृ पितरों को शांति मिलती है और वे आप पर कृपा करते हैं। यह आपके परिवार और वंश की तरक्की के लिए भी शुभ माना जाता है।
यह दिन खास तौर पर माताओं और महिलाओं के लिए समर्पित होता है। इस दिन किए गए श्राद्ध से दिवंगत मातृ पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। जीवन में मातृत्व, प्रेम और स्नेह की कमी नहीं होती। परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।