इंदौरमध्य प्रदेश

Mahakal Temple Ujjain : भस्म आरती में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, नए साल में लिए बाबा महाकाल के दर्शन लाभ

उज्जैन। नए साल का आगाज हो चुका है। लोग साल के पहले दिन की शुरुआत अलग-अलग अंदाज में करते हैं। वहीं श्रद्धालु साल की शुरुआत देवालयों में देव आराधना से करते हैं। वहीं विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा की भस्म आरती में सुबह 4 बजे शामिल हुए और दर्शन लाभ लिए। साथ ही साल के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल का आशीष लेने पहुंच रहे हैं।

दर्शनार्थियों का गर्भगृह एवं नंदीहॉल में प्रवेश बंद

नववर्ष 2033 के पहले दिन मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत कर सफलता और सुख शांति की प्रार्थना की है। नववर्ष पर महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर में किसी भी दर्शनार्थी को गर्भगृह एवं नंदीहॉल में प्रवेश नहीं दिया गया। सभी दर्शनार्थियों को नंदी हॉल के पीछे लगे रैलिंग से ही बाबा महाकाल के दर्शन हुए।

गर्म जल से स्नान, पंचामृत पूजन हुआ

भगवान महाकाल के दरबार में नववर्ष की सुबह 4 बजे भस्म आरती से पहले भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया। इसके बाद पंडे-पुजारियों ने दूध, दही, शहद, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत से भगवान महाकाल का अभिषेक पूजन किया गया। पूजन के बाद भगवान महाकाल को मस्तक पर रजत त्रिपुंड, त्रिशूल के साथ मोगरे और सूखे मेवे की माला अर्पित कर सजाया गया। राजाधिराज भगवान महाकाल ने नववर्ष की सुबह आकर्षक स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए। भस्म आरती के बाद आज दिनभर श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला देर रात 11 बजे तक निरंतर चलता रहेगा।

श्रद्धालुओं ने लिया महाकाल का आशीर्वाद

बाबा महाकाल की भस्म आरती के दौरान भगवान का भांग, चंदन, सिंदूर और आभूषणों से श्रृंगार किया गया। मस्तक पर चन्दन का तिलक और सिर पर शेषनाग का रजत मुकुट धारण कर रजत की मुंडमाला और रजत जड़ी रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की गई। साथ ही फल और मिष्ठान का भोग लगाया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। रविवार को महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई।

महाकाल मंदिर में इस गेट से प्रवेश

31 दिसंबर व 1 जनवरी को प्रोटोकाल वाले दर्शनार्थियों का प्रवेश मंदिर के चार नंबर गेट से रहेगा। इन श्रद्धालुओं को विश्राम धाम के रास्ते सभा मंडप में प्रवेश मिलेगा। वहीं नए साल में वीवीआइपी को माधव सेवा न्यास से मंदिर कार्यालय के सामने से निर्माल्य द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।

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लड्डू प्रसादी के नए काउंटर खोले

मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि अमूमन भीड़ अधिक होने पर 45 क्विंटल लड्डू प्रतिदिन खप जाते हैं। इन दो दिनों में लगभग 70 क्विंटल लड्डू प्रसादी भक्तों द्वारा खरीदे जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। दो दिन भारी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए मंदिर परिसर का प्रसाद काउंटर को बंद रहेगा। सप्त ऋषि के पास दो और नंदी द्वार समेत पार्किंग पर भी नए प्रसादी काउंटर खोले जा रहे हैं।

मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध

मंदिर प्रबंध समिति ने 20 दिसंबर से महाकाल मंदिर में भक्तों के मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन प्रवेश द्वारों पर सुरक्षाकर्मियों की अनदेखी के चलते दर्शनार्थी बेरोकटोक मोबाइल भीतर ले जा रहे हैं। शुक्रवार को मंदिर परिसर में सैकड़ों श्रद्धालु मोबाइल से फोटोग्राफी व सेल्फी लेते नजर आए।

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