जबलपुरमध्य प्रदेश

मां नर्मदा वैनगंगा में 900 फीट की चुनरी चढ़ा कर लिया आशीर्वाद

जबलपुर। नर्मदा महाआरती के भक्तों द्वारा गंगा दशहरा की पूर्व सुबह मॉं नर्मदा वैनगंगा का चुनरी से श्रंगार किया गया। जिसमें भक्तों ने कामना की कि सुख, समृद्धि, शांति और नशा मुक्त क्षेत्र बना रहे। बताया गया है कि बाणासुर ने जहां बाण मारा था वहीं से प्रकट हुई थी बाणगंगा।

भक्तों ने चुनरी और दुग्ध से किया अभिषेक

प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी 11 वे वर्ष में गंगा दशहरा की पूर्व सुबह हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट में इस पार आश्रम से उस पार तक 900 फीट की चुनरी से मां नर्मदा एवं वैनगंगा का श्रृंगार दुग्ध अभिषेक के साथ किया गया। साथ ही वहां पर महाआरती के साथ प्रसाद वितरण भी हुआ।

जहां से बाण मारोगे वहीं से गंगा मैया प्रकट होगी

आश्रम के संस्थापक स्वामी रामचंद्र महाराज ने बताया क्षेत्र में सुख, शांति, समृद्धि और नशा मुक्ति रहें यही नर्मदा मैया गंगा मैया से कामना है स्वामी जी ने बताया बाणासुर नाम के राक्षस ने तपस्या कर प्रतिदिन करोड़ों शिवलिंग बनाएं जिन्हें गंगा मैया में प्रवाहित करने के लिए तपस्या की तब भगवान शंकर जी ने आशीर्वाद दिया जहां से बाण मारोगे वहीं से गंगा मैया प्रकट होगी आज भी बाणगंगा के नाम से जाना जाता है बाद में उसे वैनगंगा कहने लगे।

चुनरी श्रंगार में ये भक्त थे शामिल

इस अवसर पर नर्मदा महाआरती के संस्थापक डॉक्टर सुधीर अग्रवाल, डॉक्टर राव शंकर पटेल, मनमोहन दुबे, सचिन अग्रवाल एडवोकेट, रामसेवक पटेल श्याम, मनोहर पटेल, मनोज गुलाब, बानी मोहित तिवारी, प्रेम शंकर साहू सहित सैकड़ों महिलाएं उपस्थित थी।

संबंधित खबरें...

Back to top button