Aniruddh Singh
30 Oct 2025
Aniruddh Singh
30 Oct 2025
नई दिल्ली। नवंबर महीने की शुरुआत में तेल कंपनियों ने आम उपभोक्ताओं और व्यापारियों के लिए कीमतों में अहम बदलाव किए हैं। जहां एक ओर कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में 5 रुपए की कटौती की गई है, वहीं दूसरी ओर हवाई ईंधन (ATF) के दाम बढ़ा दिए गए हैं। यह नई दरें आज 1 नवंबर 2025 से पूरे देश में लागू हो चुकी हैं।
तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में 5 रुपए की कमी की है। दिल्ली में नई कीमत 1590.50 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है, जो पहले 1595.50 रुपए थी। यह कटौती होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए राहत की खबर लेकर आई है। अक्टूबर में इन सिलेंडरों के दामों में 15 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन नवंबर में कंपनियों ने थोड़ी राहत देते हुए 5 रुपए कम किए हैं।
|
शहर |
नई कीमत (रुपए) |
पुरानी कीमत (रुपए) |
फर्क |
|
दिल्ली |
1590.50 |
1595.50 |
₹5 सस्ता |
|
मुंबई |
1542 |
1547 |
₹5 सस्ता |
|
कोलकाता |
1694 |
1699 |
₹5 सस्ता |
|
चेन्नई |
1750 |
1755 |
₹5 सस्ता |
|
भोपाल |
1595.5 |
1600 |
₹4.5 सस्ता |
|
इंदौर |
1697 |
1702 |
₹5 सस्ता |
|
रायपुर |
1791.5 |
1797.5 |
₹6 सस्ता |
|
बिलासपुर |
1830 |
1836 |
₹6 सस्ता |
इस बार सिर्फ कमर्शियल सिलेंडर सस्ते हुए हैं। 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अप्रैल 2025 के बाद से अब तक स्थिर हैं।
|
शहर |
घरेलू सिलेंडर कीमत (₹) |
|
दिल्ली |
853 |
|
मुंबई |
852.50 |
|
कोलकाता |
879 |
|
चेन्नई |
868.50 |
|
भोपाल |
858.50 |
|
इंदौर |
881 |
|
रायपुर |
924 |
|
बिलासपुर |
941 |
|
पटना |
951 |
|
वाराणसी |
916.50 |
तेल कंपनियों ने एटीएफ (Aviation Turbine Fuel) की कीमतों में 777 रुपए प्रति किलोलीटर की बढ़ोतरी की है। दिल्ली में अब घरेलू रनों के लिए एटीएफ की कीमत 94,543.02 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए दर 817.01 डॉलर प्रति किलो है। इससे विमान कंपनियों के ऑपरेटिंग खर्च बढ़ेंगे और एयर टिकट के दामों में भी निकट भविष्य में वृद्धि की संभावना बन रही है।
नवंबर की शुरुआत में जहां छोटे व्यापारियों और होटल-ढाबा संचालकों को कमर्शियल सिलेंडर की कीमत घटने से राहत मिली है। वहीं यात्रियों को एटीएफ महंगा होने के कारण हवाई किराए में संभावित बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है। तेल कंपनियों का कहना है कि, वैश्विक क्रूड ऑयल बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते कीमतों में यह बदलाव किया गया है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार स्थिर रहता है, तो आने वाले महीनों में घरेलू एलपीजी और फ्यूल की कीमतों में और राहत संभव है।