Shivani Gupta
25 Sep 2025
नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने लद्दाख के प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से जुड़ी गैर-लाभकारी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का FCRA (Foreign Contribution Regulation Act) लाइसेंस रद्द कर दिया है। मंत्रालय ने यह कार्रवाई विदेशी फंडिंग से संबंधित कानूनों के कई बार-बार उल्लंघनों को देखते हुए की है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब हाल ही में वांगचुक के नेतृत्व में लद्दाख को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे। ये प्रदर्शन हिंसक हो गए थे और इसके 24 घंटे के भीतर सरकार की यह कार्रवाई सामने आई है।
SECMOL को सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए विदेशी दान प्राप्त करने की अनुमति थी।
गृह मंत्रालय ने SECMOL को 20 अगस्त 2025 को शो कॉज नोटिस जारी किया था, जिसमें संस्था से पूछा गया था कि उसका FCRA लाइसेंस क्यों न रद्द किया जाए।
गृह मंत्रालय ने SECMOL के खिलाफ कई गंभीर आरोप गिनाए हैं, जिनमें मुख्य रूप से तीन बड़े उल्लंघन शामिल हैं:
SECMOL का लाइसेंस रद्द करने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब सोनम वांगचुक लद्दाख के लिए संविधान की छठी अनुसूची और पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर मुखर हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस कार्रवाई का राजनीतिक संदेश भी है, क्योंकि SECMOL लंबे समय से लद्दाख में युवाओं को पर्यावरण और सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करने का काम करता रहा है।