Mithilesh Yadav
25 Nov 2025
इंसान का जन्म करोड़ों सालों की इवोल्यूशन प्रक्रिया का नतीजा है। शुरुआत छोटे जीवों से हुई, फिर धीरे-धीरे मछलियां, स्तनधारी और प्राइमेट्स बने। इन्हीं में से Homo sapiens विकसित हुए। इंसान अचानक नहीं बना, बल्कि दिमाग, भाषा और सोच समय के साथ विकसित हुई।
पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत लगभग 4 अरब साल पहले हुई, जब पानी, गैसें और केमिकल्स आपस में मिलकर सरल जीव बनाए। धीरे-धीरे ये छोटे माइक्रोऑर्गेनिज्म जैसे बैक्टीरिया और सिंगल-सेल जीव बने। इस प्रक्रिया को Abiogenesis कहा जाता है, जहां निर्जीव पदार्थों से जीवन विकसित हुआ।
इसके बाद लगभग 50 करोड़ साल पहले, पानी में रहने वाले जीव धीरे-धीरे विकसित हुए और जमीन पर आने लगे। इन जीवों ने फेफड़े, पैर और मजबूत शरीर विकसित किया। समय के साथ ये Amphibians, Reptiles और आगे चलकर स्तनधारी बने। इसी चरण ने जमीन पर जीवन की शुरुआत बनाई।

डायनासोरों के खत्म होने के बाद लगभग 6-7 करोड़ साल पहले स्तनधारी तेजी से बढ़े। इनमें से कुछ प्रजातियों ने पेड़ों पर रहना शुरू किया। जिससे उनके हाथ, पैर और दिमाग अधिक विकसित हुए। इन्हीं को प्राइमेट्स कहा गया और आगे चलकर इंसान इन्हीं से विकसित हुआ।
लगभग 60 लाख साल पहले इंसान का असली विकास सफर शुरू हुआ। वैज्ञानिकों के अनुसार इंसान और बंदर का एक समान पूर्वज था लेकिन इंसान बंदर से नहीं बना। दोनों अलग-अलग दिशाओं में विकसित हुए। इसी विकास समूह को Hominoids कहा जाता है। जिसमें शुरुआती मानव प्रजातियां शामिल थीं।जिसके बाद लगभग 25 लाख साल पहले Homo species का विकास शुरू हुआ। इन प्राइमेट्स ने औजार बनाए, आग का उपयोग सीखा और दिमाग विकसित किया।
लगभग 2 लाख साल पहले Homo sapiens अफ्रीका में विकसित हुए और समय के साथ दुनिया भर में फैल गए। उन्होंने भाषा, खेती, समाज और तकनीक को विकसित किया। इन्हीं विकासों से आधुनिक इंसान अस्तित्व में आया और आज की सभ्यता और जीवन शैली बनी।
(रिपोर्ट - मोहित सिंह उमठ)