जबलपुरमध्य प्रदेश

Exclusive : जबलपुर नगर निगम चुनाव जल्द, पूर्व महापौर स्वाति सदानंद गोडबोले ने गिनाई दर्जनों उपलब्धियां तो गीता शरद तिवारी ने बताया झूठा प्रचार

प्रदेश में अब पंचायत व नगर निगम चुनावों की घोषणा कभी भी हो सकती है। इसे लेकर पीपुल्स अपडेट ने महापौर रहीं भाजपा नेत्री स्वाति सदानंद गोडबोले व उनकी प्रतिद्वंदी रहीं कांग्रेस नेत्री गीता शरद तिवारी से खास बातचीत की। एक ओर जहां भाजपा नेत्री ने शहर के अभूतपूर्व विकास व उपलब्धियों के बारे में चर्चा की तो वहीं कांग्रेस नेत्री ने इसे भाजपा का झूठा प्रचार करार दिया। देखें ये खास रिपोर्ट…

2015 से आप महापौर रहीं…अपने कार्यकाल में जबलपुर का कैसे विकास किया?

स्वाति सदानंद गोडबोले : मैंने 16 फरवरी 2015 को कार्यभार संभाला, जबलपुर शहर की जनता ने मुझे बहुत विश्वास के साथ प्रचंड बहुमत से विजयी बनाया। मैं जनता के लिए उसकी बहुत-बहुत आभारी हूं और हमेशा रहूंगी। जैसे ही मैंने कार्यभार संभाला तो देखा कि शहर के ट्रैफिक व वॉटरबॉडीज के लिए कार्य करना सबसे पहले जरूरी है। भले ही जबलपुर 52 ताल-तलैया का शहर है, फिर भी यहां पानी की समस्या थी। इसके साथ-साथ सड़कों के लिए भी जबलपुर की जनता त्रस्त रहती थी, उसमें भी सुधार करना एक चुनौती थी।

35 चौराहों का विकास किया : पूर्व महापौर

पूर्व महापौर ने आगे कहा, मुझे हर वार्ड में कुछ न कुछ नया करना था, जिससे मैं जनता को अच्छी से अच्छी सुविधाएं दे सकूं। ट्रैफिक में सुधार के लिए मैंने पहले तीन पत्ती चौराहे को हटाकर वहां पर ट्रैफिक सिग्नल लगवाए। साथ ही शहर के 35 चौराहों का विकास किया, जिससे यातायात सुचारू रूप से चले। शहर की जनता ने इन 5-7 सालों में इस बदलाव को स्वीकार किया, पसंद किया और ट्रैफिक सुधार में अपनी भूमिका निभाई।

हर वर्ष एक तालाब का उन्नयन किया : पूर्व महापौर

पूर्व महापौर ने बताया कि सड़कों के बाद उन्होंने शहर की वॉटरबॉडीज यानी पानी के स्त्रोतों पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, ज्यादातर ताल-तलैया रखरखाव के अभाव में पूर दिए जाते थे, जिसकी वजह से 52 ताल-तलैया और नर्मदा की गोद में होते हुए भी शहर को पानी की समस्या से जूझना पड़ता था। मैंने अपने कार्यकाल में हर वर्ष एक तालाब का उन्नयन करने का बीड़ा उठाया। शाही तालाब, इमरती तालाब, रानीताल का विकास किया वहीं गुलौआ व संग्राम सागर को सुंदर रमणीय स्थल में तब्दील किया। मुझे इस बात का सुकून है कि मैंने अपने कार्यकाल में इन पांच वॉडरबॉडीज को ऐसी जगह में तब्दील किया, जहां लोग सुकून के कुछ पल भी बिता सकते हैं।

एनएमटी और फ्लाईओवर से शहर में लगे चार चांद

पूर्व महापौर ने बताया कि उनके कार्यकाल में एनएमटी यानी शहर के बड़े नालों को कवर कर उनके ऊपर नॉन मोटराइज्ड ट्रैक (Non Motorised Track) बनाए गए। जिससे पैदल चलने वाले या सैर करने वालों को बहुत लाभ मिला। इन्हीं ट्रैक्स के आसपास एक्सरसाइज जोन भी बनाए गए। वहीं सीवर का अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट भी चलाया गया। पूर्व महापौर ने शहर की सबसे बड़ी उपलब्धि फ्लाईओवर प्रोजेक्ट को बताया उन्होंने बताया कि शहर की जनता लंबे समय से फ्लाईओवर ब्रिज की मांग कर रही थी, इस मांग को हमने केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के सामने रखा और इसमें आ रहीं कुछ समस्याओं को माननीय सांसद राकेश सिंह ने दूर करते हुए जबलपुर को इतनी बड़ी सौगात दिलाई। इस तरह भारतीय जनता पार्टी ने मिसाल पेश की कि कैसे शहर की जनता की जरूरतों को पलभर में पूरा किया जाता है।

भंवरताल को बनाया रमणीय स्थल

उन्होंने आगे कहा, शहर के बीचों-बीच भंवरताल गार्डन को भी हमने एक रमणीय स्थल बनाया, जिसका विकास लंबे समय से रुका हुआ था। आज इसकी पूरे प्रदेश में वाहवाही होती है और यह प्रदेश स्तर का गार्डन बन चुका है।

सड़कों को लेकर शहर में किस तरह कार्य हुआ?

पूर्व महापौर ने इस सवाल पर जवाब देते हुए कहा, घमापुर से रांझी सड़क को फोर लेन करने की जनता की लंबे समय से मांग थी पर कुछ न कुछ रुकावटें आती रहती थीं। मेरे कार्यकाल के दौरान मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी से इस सड़क को लेकर बात की थी, जिसके बाद इस कार्य को स्मार्ट सिटी से जोड़ दिया गया और वह सड़क कुछ समय में बनकर तैयार हो जाएगी। इसी तरह गोहलपुर से अमखेरा की बीच सड़क को लेकर भी लंबे समय से मांग थी जो बनकर तैयार है। वहीं मदनमहल से कछपुरा के बीच जो लिंक रोड बनी वहां पहले 250-300 अतिक्रमण थे, उन्हें सही जगह देकर व्यवस्थित किया और फिर उस महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कराया। साथ ही कछपुरा ब्रिज का डामरीकरण कराया। सभी विधायकों के साथ मिलकर हमने सभी विधानसभा में महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण कराया।

अमृत योजना के तहत 150 करोड़ से बनाई पानी की टंकियां : पूर्व महापौर

स्वाति सदानंद गोडबोले ने आगे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अमृत योजना से मिले 150 करोड़ रु में से कुल 21 पानी की टंकियों का निर्माण किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 15 तो वहीं शहरी क्षेत्रों में 6 पानी की टंकियां निर्मित की गईं। इसी याेजना के तहत हमने पांच बड़े गार्डन भी विकसित किए।

जबलपुर के प्रति देखने का बदला नजरिया

उन्होंने कहा, स्मार्ट सिटी अवॉर्ड मिलने के बाद पूरे देश का जबलपुर के प्रति देखने का नजरिया बदला है। पहले जबलपुर को पिछड़ा समझा जाता था पर आज यहां का विकास सब देख रहे हैं। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर जबलपुर ने एक मिसाल पेश की। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पांच मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, भटौली में विसर्जन कुंड, भंवरताल में मिनी व ओपन ऑडीटोरियम, ओपन थिएटर, कंन्वेक्शन सेंटर, ट्रैफिक व स्वच्छता के लिए कमांड कंट्रोल सेंटर जैसी सुविधाएं भी शहर को मिली हैं।

33 वार्डों की पानी की समस्या को एक झटके में सुलझाया : पूर्व महापौर

मेडिकल की ओर से आने वाली मेन पाइप लाइन के आए दिन फूट जाने से 33 वार्डों में पानी की समस्या हो जाती थी। इस समस्या को देखते हुए हमने उसके समानांतर एक स्टील पाइप लाइन डालने का कार्य कराया, जिससे मेन पाइप लाइन के डैमेज होने पर पानी की सप्लाई किसी भी तरह से न रुके।

चौथे पुल का दोहरीकरण

पूर्व महापौर ने आगे कहा, शहर में रेलवे के चार प्रमुख ब्रिज हैं जिनके नीचे से गुजरने वाली सड़कों पर यातायात का ज्यादा दबाव होता था। इसे देखते हुए हमने ब्रिजों के नीचे सड़क दोहरीकरण शुरू कराया। हमने सबसे पहले चौथे पुल का दोहरीकरण कराया और अब दूसरे पुल का दोहरीकरण किया जा रहा है।

शहर में विकास की बहुत गुंजाईश थी : गीता शरद तिवारी

वहीं शहर के विकास को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री गीता शरद तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शहर में जैसा विकास होना था वैसा हुआ नहीं। उन्होंने कहा, शहर में विकास की बहुत गुंजाईश थी। आप सड़कों की समस्या देख लें, पानी की देख लें, शिक्षा या स्वास्थ्य का क्षेत्र देखे लें कहीं पर भी विकास नहीं हुआ। और आप देखें कि नगर निगम का चुनाव तीन मुद्दों पर होता है, बिजली, पानी और सड़क। तीनों चीजों में ये शहर अस्त-व्यस्त है।

आप महापौर होतीं तो कैसे विकास करतीं?

कांग्रेस नेत्री गीता शरद तिवारी से जब पूछा गया कि वे अगर पिछला महापौर चुनाव जीती होतीं तो शहर के लिए क्या करतीं? इसपर उन्होंने कहा, कि शहर में सबसे महत्वपूर्ण हैं सड़कें। सड़के बेहतर होंगी तो आवागमन सुगम होगा, व्यापार बढ़ेगा इसलिए मेरी प्राथमिकता सड़कें होतीं। इसके बाद स्वच्छता और नगर निगम के अंतर्गत आने वाले स्कूलों का विकास भी मेरी प्राथमिकता होती। कांग्रेस नेत्री ने आगे कहा कि शहर में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काम करने की बहुत ज्यादा जरूरत है। रोज अखबार देखते हैं कि मरीजों की क्या दुर्दशा है, नगर निगम जो स्वास्थ्य केंद्र हैं उन्हें भी ठीक ढंग से संचालित किया जा सकता था।

भाजपा ने अपने कार्यकाल की बहुत सारी उपलब्धियां गिनाई हैं उसपर क्या कहेंगी?

इसपर कांग्रेस नेत्री ने कहा, भाजपा केवल झूठ का प्रचार करती है। बार-बार एक झूठ बोला जाए तो क्या वो सच हो जाता है? कितनी बार शहर की जनता को भाजपा बेवकूूफ बनाएगी? आप खुद देख रहे हैं कि पूरा शहर धूल से भरा पड़ा है और धूल से कितनी श्वास संबंधी बीमारियां हो रही हैं। अभी बारिश शुरू होने दीजिए, फिर गड्ढों में डूबडूबकर लोग मरेंगे।

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